किसी पर तीन एफआईआर तो कहीं लाईट-पंखे पर लाखों का बिल, विधायक ने जताई नाराजगी, गिराई कर्मचारियों पर गाज
लोनी बिजली विभाग में मिल रही शिकायतों पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जताई नाराजगी, 5 घंटे बिजली दफ्तर में अधिकारियों को साथ बैठाकर की जनसुनवाई, एक जेई का किया ट्रांसफर, तीन के खिलाफ भ्रष्टाचार मामलें में दर्ज करवाई स्वंय एफआईआर
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर लगातार क्षेत्र के सभी विभागों में कभी औचक निरीक्षण तो कभी स्वंय अधिकारी के दफ्तर में जनसुनवाई कर रहे हैं जिससे अधिकारी सकते में है। मंगलवार को विधायक नंदकिशोर गुर्जर बिजली विभाग की मिल रही लगातार भ्रष्टाचार व कार्य में लापरवाही बरतने की शिकायत का संज्ञान लेते हुए रूप नगर स्थित विद्युत विभाग के कार्यालय पहुंचे। बिजली विभाग की कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार से नाराज मौजूद जनता ने अधिशासी अभियंताओं व अन्य अधिकारियों को बंधक बना लिया और विधायक की मौजूदगी में बिजली विभाग का कच्चा चिट्ठा खोल कर रख दिया जिससे विधायक ने दो डिवीजन के अधिशासी अभियंताओं के सामने नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यवस्था में जल्द सुधार लाने के आदेश दिए। गौरतलब है कि एक व्यक्ति को कनेक्शन देने के लिए विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा तीन बार फोन किया गया उसके बावजूद उसे कनेक्शन न देकर पहले 6 हजार रूपये ले लिए गए उसके बाद फिर पैसों की मांग की गई।
विधायक की मौजूदगी में लोगों ने बिजली विभाग पर पहले लाखों के बिल बनाना फिर उसे कम करने के नाम पर पैसा मांगने सहित कनेक्शन देने के नाम पर सरकार द्वारा तय धनराशि से अधिक पैसा मांगने की शिकायत की जिसके साक्ष्य देने पर अधिशासी अभियंताओं और विभाग को विधायक को जवाब देते नहीं बना। विधायक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पहले जेई प्रशांत का ट्रांसफर करवाया और भ्रष्टाचार की शिकायत पर विभागीय जांचकर रिपोर्ट देने को कहा। साथ ही तीन अन्य संविदा बिजली कर्मियों के खिलाफ विधायक ने स्वंय एफआईआर दर्ज करवाई।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि आज लोगों जनसुनवाई के दौरान यह ज्ञात हुआ कि बिजली उपभोक्ताओं का किस हद तक शोषण किया जा रहा है जो बिजली का कनेक्शन सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त में दिया जा रहा है और 2105 रूपये में सामान्य लोगों को मिलता है। उसके लिए 10 हजार रूपये तक की मांग की जा रही है। हमारे कई बार कहने के बावजूद कनेक्शन नहीं दिया गया 2105 रूपये की जगह 6 हजार रूपये की मांग की गई और उसके बाद फिर 10 हजार की मांग की गई। आज लोगों का गुस्सा उबाल पर था जिसे वार्ता कर शांत करवाया गा। जिनके घर में 1 पंखा और लाईट है उनको लाख-लाख रूपये के बिल भेजे जा रहे है। ये बसपा-सपा मानसिकता के लोगों की पुरानी परंपरा है जिसके तहत बिल सेटिंग के नाम पर आम जनता से लाखों रूपये वसूले जाते है। इस संदंर्भ में 3 संविदा बिजली कर्मियों के खिलाफ मैंने स्वंय संस्तुति करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है। जिन्होंने बिजली बिल जमा करने के नाम पर 70 हजार रूपये ले लिए जो लौटाए नहीं। जल्द यह तीनों पुलिस की हिरासत में होंगे। एक जेई का ट्रांसफर किया गया है जिसे जल्द निलंबित भी किया जाएगा। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि बिजली उपभोक्ताओं को डराकर वसूली करने के लिए बिजली बिल जमा करने के बावजूद एक ही व्यक्ति पर तीन-तीन एफआईआर दर्ज करवा दी गई यह आने आप में हास्यास्पद है। इससे पूर्व भी बिजली कर्मियों द्वारा बिजली कनेक्शन के दौरान महिलाओं और आम जनता से दुर्व्यवहार करने की शिकायत निरंतर प्राप्त होती रही है। जनता में असंतोष फैलाकर सपा-बसपा की विचारधारा वाले अधिकारी प्रदेश की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का षडयंत्र कर रहे हैं जो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिजली के क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा जी के नेतृत्व और यशस्वी मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में एतिहासिक कार्य किया है लेकिन जो अधिकारी साफ नियत से कार्य नहीं करना चाहते है उनकी बर्खास्तगी की सिफारिश मंत्री जी व माननीय मुख्यमंत्री जी से की जाएगी। लोनी में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार करने वाले और जनता जर्नादन से दुव्र्यवहार करने वाले अधिकारी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे चाहे फिर वो कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हो।
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