Hot Posts

6/recent/ticker-posts

जीवों के प्रति दया तो जैसे विलुप्त हो चुकी है

संवेदनहीन मनुष्य आज के समय में मनुष्य के अंदर संवेदना की भावना समाप्त होती जा रही है। जीवों के प्रति दया तो जैसे विलुप्त हो चुकी है।


ताजा घटनाक्रम में इंदिरापुरम के नीतिखंड एक में एक मोटरसायकिल वाले ने तेज गति से बाइक चलाते हुए एक छोटे से पप्पी को टक्कर मार दी। दुर्घटना के बाद पप्पी जीवित था लेकिन रक्त ज़्यादा बह जाने के कारण कुछ ही घंटों बाद उसकी मौत हो गई। यदि वो मोटरसायकिल वाला या आस पास का कोई भी व्यक्ति समय पे उस पप्पी का उपचार करवा देता तो उसकी जान बच जाती। पर किसी भी व्यक्ति ने उसकी मदद नहीं की। जब कुत्तों के छोटे छोटे बच्चों को खाना खिलाने वाली शुभांगी ने जो पी एफ ए संस्था की सदस्य हैं, मरे हुए पप्पी को देखा तो फोन करके संस्था की चंद्रिका को बुलाया। दोनों ने तुरंत एक ख़ाली प्लाट पर गड्ढा खुदवा कर उस पप्पी के मृत शरीर को दफना दिया। क्या मनुष्य कभी इस बात को समझेगा की इस दुनिया में मानव को ही नहीं अपितु सभी जीवों को जीने का अधिकार है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ