उत्तराखंड के चंपावत निवासी एक महिला को दुष्कर्म करने के बाद मेरठ के परीक्षितगढ़ में बेच दिया गया। पीड़िता शनिवार को बंधनमुक्त होकर एसएसपी ऑफिस पहुंची और आपबीती सुनाई।
पीड़ित महिला ने बताया कि उसकी शादी करीब 15 साल पहले चंपावत जिले के एक गांव में हुई थी। लेकिन कोई संतान नहीं हुई थी। उसका एक भाई दिल्ली में रहता है, जिससे वह मिलने जाती थी। करीब दो माह पहले वह भाई से मिलने गई थी तो वहां उसे एक महिला मिली जिसने अपने आपको जिला अस्पताल मेरठ का कर्मचारी बताते हुए कहा कि यदि वह मेरठ में इलाज कराएगी तो उसे संतान हो सकती है। वह मेरठ पहुंची तो वह महिला कर्मचारी उसे ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के माधवपुरम में अपने घर ले गई। जहां महिला के पति ने नशीला पदार्थ देकर जुलाई माह में दो सप्ताह तक बंधक बनाकर दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। उसके बाद उसे एक तांत्रिक के यहां ले जाया गया। आरोप है कि दूसरे वर्ग के तांत्रिक ने भी दुष्कर्म किया। पीड़िता की हालत फिर बिगड़ी, इलाज के लिए दो दिन से जिला अस्पताल में बैठे हैं परिजन
बाद में दंपती ने उसे परीक्षितगढ़ क्षेत्र के एक गांव में एक व्यक्ति को बेच दिया। वहां भी डेढ़ माह तक बंधक बनाकर दुष्कर्म किया गया। वह विरोध करती तो आरोपी धमकी देता है कि उसने उससे शादी की है। इस बीच पीड़िता का भाई जब बहन को ढूंढते हुए माधवपुरम में महिला कर्मचारी के यहां पहुंचा तो महिला ने उसे उसका कपड़ों का बैग देते हुए कहा था कि वह तो शादी करके चली गई। पीड़िता का आरोप है कि जिला अस्पताल की कर्मचारी ने उसके 25 हजार रुपये और जेवर भी कब्जे में कर लिए।
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