देवरिया: महिला सिपाही की आत्महत्या के पीछे भी प्रेम कहानी ही निकली। महिला सिपाही की तैनाती के बाद ही कोतवाली में तैनात सिपाही वीरेंद्र से प्रेम हो गया। दोनों के बीच प्रेम की कहानी चलती रही,
लेकिन इसकी किसी को कानोकान भनक तक नहीं लगी। पुलिस के हाथ लगे सिपाही वीरेंद्र ने पूरी कहानी पुलिस अधिकारियों के सामने रख दी। वीरेंद्र ने बताया कि वह जुलेखा के काफी नजदीक आ गया, इस बीच वीरेंद्र की शादी की चर्चा होने लगी, जुलेखा से बातचीत की। जुलेखा इस शर्त पर राजी हुई कि वह उसके प्रेम में कोई कमी नहीं रखेगा। इसके बाद फरवरी 2019 में वीरेंद्र ने शादी कर ली। शादी के बाद शर्त के अनुरूप वीरेंद्र जुलेखा से बातचीत करता रहा, लेकिन धीरे-धीरे उससे प्रेम में कमी करने लगा। जिसको लेकर जुलेखा परेशान रहने लगी। इसकी भनक जुलेखा के परिवार के सदस्य तक को रही और जुलेखा की बहन ने वीरेंद्र के बातचीत का ऑडियो तक रख लिया था।
*दिन में भी आत्महत्या का किया था प्रयास*
वीरेंद्र का कहना है कि हर दिन की तरह बुधवार की दोपहर को भी उसके कमरे में गया था। उस समय भी वह नाराज होकर आत्महत्या करने का प्रयास की, जिस पर वीरेंद्र ने उसे बचा लिया। उसे लगा कि वह अपने घर चला जाएगा तो शायद वह मान जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जाने के बाद अपनी प्रेम लीला को हमेशा के लिए समाप्त कर ली।
*अंतिम बार 810 सेकेंड की हुई है वीरेंद्र से बात*
घटना के बाद पुलिस अधिकारी भी परेशान हो गए थे। इसके बाद जुलेखा के मोबाइल का काल डिटेल निकला तो सर्वाधिक बातचीत वीरेंद्र से ही निकली। अंतिम बार भी जुलेखा ने वीरेंद्र से ही 810 सेकेंड बातचीत की थी। इसके अलावा दिन में भी लगभग दस-दस मिनट भी उस दिन बात की थी। पुलिस अधिकारियों ने काल डिटेल उसके परिजनों के सामने रखा, तब परिजनों को पुलिस की कहानी पर विश्वास हो सका।
*अपने गांव भाग गया था सिपाही*
जुलेखा के आत्महत्या करने के बाद सिपाही वीरेंद्र अपने गांव बस्ती भाग गया। गुरुवार को मुकदमा दर्ज होने के बाद कोतवाली पुलिस ने उसे किसी तरह देवरिया बुलाया। वह बिना छुट्टी के ही अपने गांव भाग गया था।
मामले की प्रारंभिक जांच शुरू करा दी गई है। प्रथम ²ष्टया जांच में महिला कांस्टेबल प्रीति यादव की कोई भूमिका सामने नहीं आई है। इसलिए अभी तक उसके खिलाफ विभागीय कोई कार्रवाई नहीं की गई है, न ही उसकी गिरफ्तारी होगी। विवेचना के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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