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नोएडा की हाईराइज सोसायटी में आग लगी, फायर अलार्म ने काम नहीं किया हो सकता था बड़ा हादसा जांच विषय

नोएडा : सेक्टर-100 में हाईराइज सोसायटी लोटस बुलेवर्ड एस्पेशिया में मंगलवार की शाम 4:10 बजे आग लग गई। निवासियों ने बताया कि आग की घटना होने के बाद फायर अलार्म ने चेतावनी नहीं दी।


फ्लैट से निकल रहे धुएं को देखकर जानकारी हुई। इससे बड़ी बात यह कि सोसायटी के निवासियों ने तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी लेकिन फायर टेंडर पांच बजे पहुंचा। लोगों का आरोप है कि सोसायटी में आग से बचाव के पर्याप्त उपाय नहीं हैं।



सोसायटी के निवासी राजीव निझावन ने बताया कि आग लगने की घटना मंगलवार की शाम करीब 4:10 बजे हुई। सोसायटी के फायर अलार्म सिस्टम ने काम नहीं किया। आग की घटना टावर नंबर 33 के फ्लैट नंबर 1601 में लगी थी। फ्लैट की विंडो से बाहर आ रहे धुएं को देखकर लोगों को जानकारी हुई। तत्काल फायर ब्रिगेड के आपातकालीन नंबर पर कॉल की गई। लेकिन 45 मिनट बाद पांच बजे फायर ब्रिगेड की गाड़ी सोसायटी में आई। तब तक आग बुझाई जा चुकी थी।



सोसायटी के एस्टेट ऑफिसर नीरज ने बताया कि आग लगने के तुरंत बाद सोसायटी के 20 सुरक्षाकर्मी बचाव में जुट गए थे। सोसायटी के फायर सिस्टम ने काम किया और उससे ही सुरक्षाकर्मियों ने खुद आग बुझा ली थी। उसके बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी आई लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं किया गया। नीरज ने बताया कि टावर नंबर 33 के फ्लैट नंबर में 1601 में यह हादसा हुआ है। उस वक्त परिवार घर में नहीं था। सभी लोग कहीं बाहर गए हैं। उनके घर में रखी वॉशिंग मशीन में कोई इलेक्ट्रिक फॉल्ट हुआ, जिससे घर में आग लगी। परिवार को सूचना दे दी गई है।



सोसायटी के निवासी राजीव निझावन कहते हैं कि पिछले छह महीनों में फायर स्टेशन अफसर को दो बार शिकायत दे चुके हैं। उन्हें बताया गया है कि सोसायटी के टावर नंबर 32 और 36 में फायर सिस्टम काम करने लायक नहीं है। फायर स्टेशन अफसर ने जनवरी 2016 में सोसायटी को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया था। यह प्रमाण पत्र जरूरी उपकरणों की गैर मौजूदगी के ही दिया गया। टावर नंबर 37 और 38 में तो फायर सिस्टम लगाया ही नहीं गया है। इन टावरों में करीब 100 परिवार रह रहे हैं। राजीव निझावन का कहना है कि इस बारे में फायर डिपार्टमेंट और नोएडा विकास प्राधिकरण को जानकारियां दी गई हैं। लेकिन बड़े दुख की बात है कि दोनों विभागों की ओर से बिल्डर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।


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