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प्रशिक्षण कौशल केंद्र सरकार के प्रमुख कौशल कार्यक्रम "प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना" के तहत नौकरी सक्षम प्रशिक्षण परियोजनाओं को निष्पादित करेगा: आलोक सिंह

गाजियाबाद पुलिस ओर श्री राधा कृष्णा इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने गाजियाबाद  जिले में यूपी ट्रैफिक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में “प्रगति” के तहत प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया है |  प्रशिक्षण कौशल केंद्र सरकार के प्रमुख कौशल कार्यक्रम "प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना" के तहत नौकरी सक्षम प्रशिक्षण परियोजनाओं को निष्पादित करेगा।
प्रगति प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन के लिए श्री अलोक सिंह (IPS), आई० जी०, मेरठ रेंज, श्री अजय शंकर पांडे (IAS), डीएम, गाजियाबाद, श्री सुधीर कुमार सिंह (IPS) एसएसपी, गाजियाबाद,  एवं सुश्री रूथ लस्कानो, फील्ड ऑफिस यूपी-यूनिसेफ के प्रमुख मुख्य अतिथि थे | इस समाहरोह में श्री नीरज कुमार जादौन (आईपीएस)- SP रूरल एरिया, गाजियाबाद, श्री आफताब मोहम्मद, बाल संरक्षण विशेषज्ञ, यूनिसेफ  और विकाश चन्द्र, डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन ऑफिसर, गाजियाबाद समाहरोह में विशेष अतिथि के रूप में सम्लित हुए | यूपी ट्रैफिक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर गाजियाबाद जिले में “प्रगति योजना” के तहत पहला उद्घाटन थाना है | मेरठ के आई० जी० मेरठ रेंज श्री अलोक सिंह जी ने प्रगति कौशल केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा उन्होंने कहा कि पुलिस हमारे युवाओं को  व्यवसाय आधारित कौशल प्रदान करने महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है| इस अवसर पर एसएसपी, गाजियाबाद, श्री सुधीर कुमार सिंह (IPS) ने कहा कि इस योजना उत्तर प्रदेश पुलिस, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने यूपी ट्रैफिक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर  में एक कौशल प्रशिक्षण केंद्र शुरू करके समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने की दिशा में एक और कदम उठाया है। महिलाओं एवं बच्चों को व्यवसायिक प्रशिक्षण  प्रदान करने की व्यवस्था को संस्थागत एवं स्थाई स्वरूप प्रदान करने के लिए त्रिपक्षीय एम०ओ०यू० क्रमशः राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, महिला एवं बाल विकास विभाग व उतर प्रदेश पुलिस विभाग के मध्य किया गया है | “प्रगति योजना” के अनुसार उत्तर प्रदेश के 10 जनपदों में यथा लखनऊ, कानपुर नगर, मथुरा, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, बरेली, मेरठ एवं  गाजियाबाद में आगामी तीन बर्षो में 11,000 /- अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित किया जाना है| प्रशिक्षण  हेतु प्रशिक्षण  केन्द्रों की स्थापना मुख्यतः विभागीय सस्थाओं जैसे- राजकीय संप्रेक्षण गृह, राजकीय बाल गृह, राजकीय महिला शरणालय  आदि, आशा ज्योति केन्द्रों अथवा महिला कल्याण विभाग व पुलिस विभाग द्वारा चिन्हांकित किसी अन्य उपयुक्त स्थल पर किया जाएगा | वंचित युवाओं के लिए नौकरी उन्मुख प्रशिक्षण और कौशल विकास प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की एक बड़ी पहल है। यह पहल सड़क के बच्चों, जुवेनाइल जस्टिस (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन एक्ट 2015) के तहत उल्लिखित विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी संगठनों में रहने वाले या कानून के साथ संघर्ष करने वाले बच्चे, स्कूल ड्रॉपआउट गर्ल्स और युवाओं को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए शुरू की गई, जिससे उन्हें अपनी क्षमता का एहसास करने और कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से अपनी क्षमता के बारे में जागरूकता पैदा करने के अवसर प्रदान किए जायेंगे।


प्रशिक्षण केंद्र में स्मार्ट लैब और अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं होंगी जो स्थानीय युवाओं के लिए रोजगारोन्मुखी प्रमाणित प्रशिक्षण प्रदान करेंगी जो विशेषाधिकार प्राप्त हैं और समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से संबंधित हैं। यूपी ट्रैफिक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के कौशल केंद्र में दिखाया जाएगा कि कैसे जिले में पुलिस स्टेशन केवल कानून और व्यवस्था रखरखाव की और  अपनी पारंपरिक भूमिका से परे जा रहे है| अलोक सिंह, आई० जी० मेरठ रेंज ने शनिवार को यूपी ट्रैफिक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में गाजियाबाद जिले के पहले प्रगति स्किल सेंटर का उद्घाटन किया। इस सेंटर में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 17 से 25 तक की आयु के युवक-युवतियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा | कोर्स पूरा होने के बाद उन्हें नौकरी या अपना उद्यम स्थापित करने में भी सहायता की जाती है। इस अवसर पर श्री अलोक सिंह, आई० जी० मेरठ रेंज ने चयनित प्रशिक्षणार्थियों को इंडक्शन किट (बैग, नोटबुक, टी-शर्ट, जैकेट, आई-कार्ड) भी दिए। आई० जी० मेरठ रेंज ने कहा कि आज पुलिस लोगों के दुख-सुख से लेकर समाज की हर गतिविधि में कहीं न कहीं, किसी न किसी रूप में शामिल होती ही है। पुलिस की इस पहल से समाज से अपराध कम करने में भी सहायता मिलेगी। किसी कारणवश उच्च शिक्षा न हासिल कर पाने व स्कूल ड्रॉप आउट युवाओं को अगर कुशल प्रशिक्षण देकर उन्हें किसी लायक बना दिया जाए तो वे कभी अपराध करने की सोचेंगे ही नहीं।
आई० जी० मेरठ रेंज ने कहा कि अभी उत्तर प्रदेश में इस तरह के दस सेंटर 10 जनपदों में चल रहे हैं। इस साल के अंदर और सेंटर शुरू करके इनकी संख्या करने का लक्ष्य रखा गया है। अभी प्रगति योजना के तहत गाजियाबाद जिले के इस ट्रेनिंग सेंटर पर मोबाइल फ़ोन हार्डवेयर रिपेयर तकनीशियन (यानी मोबाइल रिपेयरिंग) और फील्ड तकनीशियन कंप्यूटिंग एंड पेरिफेरल्स  ( यानी कंप्यूटर हार्डवेयर) से संबंधित प्रोफेशनल ट्रेनिंग दी जायेगी। आई० जी० मेरठ रेंज ने कहा कि ट्रेनिंग शुरू करने से पहले यह भी देखा जाता है कि एडमिशन लेने वाले छात्र या छात्रा की योग्यता व उसकी क्षमता और रुचि क्या है। उसी के अनुसार, उसे कोर्स चयन करने में सहायता की जाती है, वहीं संबंधित प्रोफेशनल्स से भी यह जानकारी हासिल की जाती है कि आजकल किस सेक्टर में दिल्ली- गाजियाबाद-एनसीआर में नौकरियों की उपलब्धता है। श्री राधा कृष्णा इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने प्रगति कार्यक्रम के लिए 120 से अधिक छात्रों को नामांकित किया है और प्रशिक्षण २ सितम्बर से शुरू होगा।
अब तक उत्तर प्रदेश के अन्य केंद्रों में  युवाओं को थानों में और  युवाओं को थानों के बाहर प्रशिक्षण दिलाया जा चुका है। अपना बिजनेस शुरू करने की इच्छा रखने वालों के लिए जिलों में बैंकिंग व फाइनेंस वर्कशॉप भी आयोजित की जायेगी। विभिन्न जॉब फेयर के माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाई जायेगी। इसमें स्कूल ड्रॉपआउट, बाल विवाह पीड़ित लड़कियों व अपराध पीड़ित परिवारों के गरीब बच्चों से लेकर ऐसे लोगों को भी प्रशिक्षण दिया जाता है, जो किसी कारणवश अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके। 
 
Chief Guest:     Shri Alok Singh (IPS)- IG, Meerut Range 
Guest of Honour Shri Ajay Shankar Pandey (IAS)- District Magistrate, Ghaziabad
Shri Sudhir Kumar Singh (IPS)- SSP, Ghaziabad
Ms. Ruth Lascano - Chief of Field Office UP-UNICEF
Special Guest   Shri Neeraj Kumar Jadaun (IPS)- SP Rural Area, Ghaziabad
              Shri Aftab Mohammad– Child Protection Specialist, UNICEF
              Shri Vikash Chandra – District Probation Officer


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