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"मां का सम्मान -- दशहरे का असली महत्व"

  आज दशहरा पर्व हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ परन्तु क्या हमने इस पर्व के महत्व  को समझा ?? वास्तव में देवियों की शक्ति को संसार में अवलोकन कराने के लिए ही नवरात्रि एवं दशहरा पर्व मनाया जाता है।


परम शक्ति माता, स्वयं को दुर्गा, लक्ष्मी तथा सरस्वती के रूप में प्रकट करती हैं। दुर्गा हमें शारीरिक , मानसिक एवं आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करती हैं, लक्ष्मी हमें केवल रुपए पैसे से ही नहीं वल्कि हमारे चरित्र आदी अनेक प्रकार के धन से सम्पन्न करती हैं, यहां तक की उत्तम स्वास्थ्य भी धन ही होता है और सरस्वती हमें विधा- बुद्धि प्रदान करती हैं जिससे हमें उचित अनुचित का बोध होता है तथा विवेक द्वारा सदैव सही कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।


प्रत्येक व्यक्ति की मां में ये तीनों शक्तियां संयुक्त रूप से उपस्थित रहती हैं और वे ही हमें ऊर्जा, स्वास्थय,धन और बुद्धि प्रदान करती हैं। हमारी मां ही हमारे जीवन में हमेशा उन्नति की आकांक्षा रखती हैं अतः हमारी मां ही उन सभी तीनों देवियों की शक्ति का प्रतिनिधित्व करती हैं  जिनकी हम सभी नवरात्रि में पूजा करते हैं। इसलिए सदैव हमें अपनी मां को उचित सम्मान,प्रेम देकर उनकी देखभाल करनी चाहिए। अपनी मां को ही समस्त देवि शक्तियों की प्रतिमूर्ति समझते हुए उनके प्रति सम्मान तथा प्रेम पूर्वक व्यवहार करना चाहिए और तभी दशहरे की पूजा  सही अर्थों में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न होती है । सुशील कुमार सक्सेना, महासचिव चित्रांश परिवार समिति साहिबाबाद एवं प्रदेश सचिव, भारतीय हिन्द फौज गाजियाबाद।


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