राष्ट्र हित का गला घोट कर। छेद ना करना थाली में। मिट्टी वाले दिए जलाना। अबकी बार दिवाली पर
दीपावली पर सब के घरों को रोशन करने वाले कुम्हारों से मिलकर जाना उनके दिल का हाल।
बुजुर्ग कुम्हार ने बताया 40 साल से वह दिए करवे सहित अन्य मिट्टी के बर्तन बनाने का काम कर रहे हैं उनके दादा परदादा भी इसी काम को करते थे लेकिन इतनी मेहनत करने के बावजूद भी दोनों टाइम के लिए सब्जी भी नहीं है नसीब एक टाइम चटनी से खा कर गुजारते हैं अपना समय।
वही बुजुर्ग कुम्हार ने बताया पहले से काम कम हो गया है क्योंकि लोग चाइनीज आइटम खरीदने लगे हैं अबकी बार लोग हमारी मदद करेंगे तो हो सकता है हमारा काम थोड़ा और ज्यादा चले क्योंकि पहले से कुम्हार मात्र 10 परसेंट ही काम कर रहे हैं। भाजपा महानगर अध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी सरकार कमजोर वर्गों के लिए सारी योजनाएं चला रखी हैं जिनसे उनको काफी फायदा पहुंचा आज मैं खुशहाल जीवन और आज उनके बच्चे अच्छे स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं आज उनके जीवन में बहुत सुधार आया है
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