साहिबाबाद: 14 नवम्बर 2019 को भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री, स्वतंत्रता सेनानी, महान लेखक, राजनीतिक विचारक पण्डित जवाहर लाल नेहरु का जन्म दिवस समारोह “बाल दिवस” के रूप में ज्वाय वूमेन ट्रेनिंग स्कूल शालीमार गार्डन छठ घाट के पास मनाया गया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य डा0 बी0 एल0 गौड़ शिक्षाविद रहे, अध्यक्षता श्रीमती सन्जू शर्मा समाजवादी पार्टी, विशिष्ट अतिथि पूर्व प्रत्याशी सपा साहिबाबाद विधान सभा क्षेत्र वीरेन्द्र यादव एडवोकेट रहे, आयोजन ज्वाय वूमेन ट्रेनिंग सेन्टर की प्रबन्धक बिन्दू राय समाज सेविका ने किया,
लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के चेयरमैन राम दुलार यादव मुख्य वक्ता भी समारोह में शामिल रहे, सैकड़ों भाई-बहनों ने पं0 जवाहर लाल नेहरु के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण किया तथा उनके विचार और कार्य को जनता को बताने का संकल्प लिया| समारोह में पं0 जवाहर लाल नेहरू द्वारा लिखित पुस्तक “इतिहास के महापुरुष” व पुरस्कार बच्चों में वितरित किया गया|
वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि प्रखर राजनीतिज्ञ, महान लेखक, स्वतंत्रता सेनानी, भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री पण्डित जवाहर लाल नेहरु, आधुनिक भारत के निर्माता रहे, उन्होंने पंचवर्षीय योजना लागू कर देश में बड़े-बड़े इस्पात के कारखाने तथा भाखरा नांगल बांध और रिहन्द बांध बनाया जिससे भारत में अभूतपूर्व बिजली का उत्पादन हुआ, बड़े कारखाने लगे जिसमें लाखों लोगों को रोजगार मिला, उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए कड़ी यातनाएं झेलते हुए अनेकों बार जेल गये, वे कुल 9 साल से ज्यादा जेल में रहे वहीँ जेल में रहकर “डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया” पुस्तक लिखी जो भारत को जानने व समझने की बेजोड़ रचना है, उनकी अनेकों रचनाएँ अद्भुत हैं जिसमे पूरे विश्व के इतिहास के साथ विश्व राजनीति, विदेश नीति एवं आर्थिक नीति की विस्तार से चर्चा है, वे भारत की एकता के प्रबल पक्षधर थे| गरीबी व गुलामी का सम्पूर्ण नाश कर मानव के जीवन में नया सबेरा आये, वह खुशहाल जीवन यापन करें स्वतंत्र भारत में किसी का शोषण न हो उसके लिए प्रयासरत रहे| आज की वर्तमान केन्द्र सरकार के संचालक पं0 जवाहर लाल नेहरू को सारी असफलताओं की जड़ मानते हैं, यह उनकी ओछी सोच का परिचायक है उनके यहाँ पण्डित जवाहरलाल नेहरु की प्रगतिशील और वैज्ञानिक सोच का कोई भी व्यक्ति नहीं है इसलिए वे हीन भावना से ग्रस्त हैं| सभी को नेहरू जी से प्रेरणा लेकर देश व देश के नागरिकों के सर्वांगीण विकास में लगना चाहिए|
मुख्य वक्ता राम दुलार यादव ने जन्म दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि पं0 जवाहर लाल नेहरू भारत की एकता के हिमायती थे तथा साम्प्रदायिकता, जातिवाद, अलगाव वाद से लड़ने की जरुरत पर बल देते थे| वे साझी विरासत को देश के सामाजिक, आर्थिक विकास के लिए आवश्यक मानते थे| उनका मानना था सांप्रदायिक ताकतें धर्म की आड में दूसरे धर्मों के लोगों से लड़ाने का कार्य करती है उससे देश की गंगा-जमुनी संस्कृति और सभ्यता कमजोर पड़ती है उत्तर से दक्षिण तक भारत एक है हम सब इसके उतराधिकारी हैं| भारत सबका है, यह किसी एक धर्म, जाति का नहीं,हमें मिलकर भारत को मजबूत बनाना है, तभी यहाँ के निवासियों का सम्पूर्ण विकास हो सकता है|
क्रमश: पृष्ठ .....2
{2}
उनका मानना था कि भारत का हजारों साल का इतिहास व संस्कृति हमारी साझी विरासत है, देशवासियों के आर्थिक कल्याण और उच्च जीवन स्तर के लिए हमें मिलकर संघर्ष करना है, उन्होंने कहा कि हमारे विचार, उद्गार जितने ऊँचे हों वह आचरण में भी परिलक्षित होना चाहिए| क्योंकि बाते तो हम शांति और अहिंसा की करते हैं लेकिन आचरण विपरीत करते हैं, सिद्धान्त तो हमारा सहिष्णुता का है काम विघटनकारी असहिष्णुता का है, इस विचार के लोग सभी से जैसा वे सोचते हैं वैसा सोचने के लिए प्रयास करते हैं जब कोई भिन्न सोचता है तो उसे बर्दाश्त नहीं कर पाते, यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक विचार है, लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए असहमति व्यक्त करने वालों की राय जानना आवश्यक है विपक्ष के कमजोर रहने पर हम सही निर्णय नहीं ले सकते क्योंकि लोकतंत्र में सामूहिक निर्णय से समस्याओं का समाधान होने में कठिनाई नहीं होती, पण्डित नेहरू सांप्रदायिक शक्तियों के विरोधी धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखते थे, देश में सद्भाव, भाईचारा, प्रेम, सहकार बढे ऐसा चाहते थे, हम आज उन्हें स्मरण कर गौरव का अनुभव कर रहे हैं कि उन्होंने भारत के नव निर्माण में अपना सब कुछ अर्पण कर दिया| तथा हमें गरीबी और गुलामी से मुक्ति का मार्ग दिखाया|
मुख्य अतिथि डा0 बिशन लाल गौड़ ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पं0 जवाहर लाल नेहरू भारत के ही नहीं विश्व के नेता रहे उन्होंने देश में भाईचारा कायम करने तथा नफ़रत को समूल नाश के लिए देशवासियों में चेतना का संचरण किया, सत्य, अहिंसा व समानता एवं स्वतंत्रता का जीवन जीने का सन्देश दिया| भारत का विकास पं0 नेहरू की ही कार्यशैली से सम्भव है|
पुरस्कृति बच्चे ड्राइंग में आध्या शर्मा, तन्मय, दिव्यांश वर्मा, ख़ुशी, महेक शर्मा, कनक गर्ग, हरवीका सिंह, माधव गर्ग, देवांक, विष्णू, रिसीता, वैभव कार्यक्रम को एस0 पी0 छिब्बर, जयनारायण शर्मा, राम प्यारे यादव, राधा जोली ने भी सम्बोधित किया, कार्यक्रम की अध्यक्षा सन्जू शर्मा ने समापन के अवसर पर सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा बच्चों को आशीर्वाद दिया| प्रिंसिपल सुरेश सैनी, रमन भाई, राम दुलार यादव, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, अन्जू जोली, अनीता सिंह, शिवानी राणा, डा0 सी0 एम0 शर्मा, सुब्रतो अधिकारी, सुधा ठाकुर, डा0 पूजा, बीना अची, सुबीर राय, अनीता घोसाल, सुशील पाण्डेय, दरोगा ब्रह्म सिंह, अमर बहादुर, अवधेश यादव, मंगल सिंह चौहान को भी सम्मानित किया गया| सैकड़ों लोगों में भोजन वितरित किया गया|
0 टिप्पणियाँ