गोरखपुर ब्यूरों। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के तत्वावधान में शनिवार को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया गया ।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मैथ्यू के ए (अवकाश प्राप्त) ने मंडलायुक्त जयंत नारलिकर व जिलाधिकारी के विजेंद्र पांडियन को स्टिकर लगा कर सशस्त्र सेना झंडा दिवस अभियान 2019-20 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा सशस्त्र सेना झंडा दिवस स्मारिका का भी विमोचन किया गया।जिलाधिकारी ने दानपेटिका में अपना योगदान देने के साथ जनपदवासियों से भी सहयोग की अपील की।इस अवसर राकेश भारती के साथ रामनाथ , बैजनाथ गुप्ता व सुदर्शन चौधरी मौजूद थें।
सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर सैनिक कल्याण कार्यालय के राकेश भारती ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सात दिसंबर को यह दिवस मनाया जाता है। आजादी के बाद सरकार को लगा कि सैनिकों के परिवार वालों की जरूरतों का ख्याल रखने की आवश्यकता है, इसलिए 7 दिसंबर, 1949 को झंडा दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया। शुरुआत में इस दिन को झंडा दिवस के रूप में मनाया गया, लेकिन साल 1993 में इस दिन को 'सशस्त्र सेना झंडा दिवस' का नाम दे दिया गया।इसके बाद से ये दिन सशस्त्र सेना द्वारा मनाया जाने लगा। सशस्त्र झंडा दिवस के द्वारा जमा हुई राशि युद्ध वीरांगनाओं, सैनिकों की विधवाओं, दिव्यांग सैनिकों और उनके परिवार वालों के कल्याण पर खर्च की जाता है। यह दिन उन जांबाज भारतीय सैनिकों के प्रति सम्मान दिखाने का दिन है, जिन्होंने आतंकवादी व उग्रवादियों से मुकाबला कर शांति स्थापित करने में अपनी जान न्यौछावर कर दी। इस दिन इन शहीदों और उनके परिवार को नमन किया जाता है।
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