संतोष मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में हो रहा है मरीजों के साथ दुर्व्यवहार
पीड़ित प्रमोद निमेश 30 नवम्बर साय 8 बजे से संतोष हॉस्पिटल में बुखार,दस्त,खांसी जुकाम के कारण भर्ती हुए थे उनके उपचार में देखरेख में पहले दिन से ही अनदेखी ओर दुर्व्यवहार किया गया। दाखिल करते समय पहले मरीज को जरनल वार्ड में शिफ्ट किया गया । वहां पर शौचालय की अव्यवस्था देख कर हॉस्पिटल के कर्मचारियों से पूछा गया तो उन्होंने बस अड्डे पर सड़कपर सुलभ शौचालय में जाने की बात कहीं। वहां की अव्यवस्था देख कर मरीज ने प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट करने को कहा तो अगले दिन सुबह 9.30 बजे प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया। जहां दो दिन तक कोई डॉक्टर विजिट करने नहीं आया ओर हॉस्पिटल में रंग रोगन आदि का कार्य प्राइवेट वार्ड में चल रहा था। जिसके लिए मरीज ने आपत्ति की तो मरीज के साथ दुर्व्यवहार किया गया ओर कार्य बंद नही किया जिस कारण मरीज को ज्यादा परेशानी होने लगी। 3 दिसंबर से 3:30 बजे में डॉक्टर नीशू से मरीज ने शिकायत पत्र/फीडबैक फॉर्म मांगा तो जवाब में कहा गया कि आपको पैनल नही मिलेगा और सारा पैसा नगद भरना पड़ेगा यदि फीडबैक या शिकायत करते हो टोबोर ना ही आपको डिस्चार्ज नहीं दिया जायेगा। ओर आज 4 दिसंबर को लगभग 1 बजे दोपहर को मैं अपने डिस्चार्ज पेपर ओर बैलेंस जन्म करने गया तो सिक्युरिटी गार्ड ने गाड़ी खड़ी करने से मना किया और बोला जीडीए पार्किंग में खडी करो या बाहर सड़क पर खड़ी करो हमारे यहां पार्किंग केवल स्टाफ के लिए है मरीजों के लिए नहीं है पार्किंग
0 टिप्पणियाँ