श्रम कानूनों के उल्लंघन, बन्दी, छंटनी, ताला बन्दी की वजह से बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ नोएडा में सीटू ने ऐतिहासिक लोंग मार्च कर श्रम कार्यालय पर किया धरना प्रदर्शन
नोएडा, प्रदेश सरकार की गलत मजदूर विरोधी नीतियों और श्रम विभाग व जिला प्रशासन द्वारा श्रम कानूनों को लागू करवाने में की जा रही घोर अनियमित्ताओं और मजदूरों की समस्याओं के प्रति उदासीनता पूर्ण रवैया के चलते गौतमबुद्ध नगर में मजदूरों पर हो रहे दमन शोषण उत्पीड़न व श्रम कानूनों के उल्लंघन, बंदी छटनी, तालाबंदी की वजह से बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ मजदूर संगठन सी.आई.टी.यू. गौतमबुद्ध नगर कमेटी ने 4 फरवरी 2020 को हौजारी काॅम्पलेक्स फेस-2 नोएडा से प्रातः 11.00 बजे पैदल लोेंग मार्च शुरू हुआ जो भंगेल, बरौला, छलेरा, सेक्टर-37 अट्टा, रजनी गन्धा चैक से होते हुए 10 किलोमीटर पैदल चलकर दोपहर 3.00 बजे उपश्रम आयुक्त कार्यालय सेक्टर-3 नोएडा पहुंचकर विशाल धरना प्रदर्शन में बदल गया। रास्ते में जहां से भी जुलूस निकला वहीं पर आम जनता ने खड़े होकर मजदूरों के चल रहे जुलूस को सराहा और उत्साहवर्द्धन पर अपना समर्थन व्यक्त किया।
धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीटू जिला नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा, रामसागर, पूनम देवी, विनोद कुमार, रामस्वारथ, सविता, योगेन्द्र, देवेश कुमार, चन्दा बेगम, मन्जू राय, रविन्द्र कुमार शाह, नवलेश कुमार आदि ने सम्बोधित करते हुए कहा कि शासन-प्रशासन व श्रम विभाग की मजदूर विरोधी व उद्योगपतियों के पक्षधर नीतियों के कारण मजदूरों के हालत बहुत ही दयनीय हो गये हैं। आर्थिक मंदी व उद्योगों की तालाबन्दी, छंटनी के कारण मजदूरों को नौकरी से निकाला जा रहा है। श्रम व कारखाना कानूनों का घोर उल्लंघन कर मालिकान मजदूरों को नौकरी से निकाल रहे हैं। उक्त पर मजदूरों/यूनियनों द्वारा शिकायत करने पर श्रम विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। दर्जनों उद्योगों में लम्बे समय से विवाद चल रहा है, लेकिन श्रम विभाग के माध्यम से मजदूरों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
अपनी मांगों/समस्याओं को लेकर मजदूर देर रात तक श्रम कार्यालय पर डटे रहे हैं। कई दौर की वार्ता के बाद श्री राजवीर सिंह चैहान एस.एस.ओ. थाना सेक्टर-20 नोएडा की मध्यस्तथा में हुई वार्ता में उपश्रमायुक्त पी.के. सिंह, सहायक श्रम आयुक्त ए.के. सिंह व प्रभाकर मिश्रा के साथ सीटू नेताओं के साथ हुई बैठक में अधिकांश मांगों पर सहमति बन जाने के बाद आन्दोलन समाप्त हुआ।
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