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आजादी के 72 साल बाद भी दलित, वंचित, आदिवासी, अतिपिछड़े ,पिछड़े सामाजिक गैर बराबरी के शिकार हैं :-रामदुलार यादव

साहिबाबाद:1, स्वरुप पार्क जी0टी0 रोड  ज्ञानपीठ केन्द्र के प्रांगण में समाजसेवी डा0 अशोक ने “लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट” द्वारा संचालित सन्त कबीर पुस्तकालय, नि:शुल्क वाचनालय 6,7 श्याम पार्क मेंन के लिए संविधान निर्माता, महान विद्वान, भारत रत्न, भारत के प्रथम कानून मंत्री, सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक व शैक्षणिक क्रान्ति के अग्रदूत डा0 भीमराव अम्बेदकर द्वारा लिखित पुस्तकें पुस्तकालय के लिए संस्थापक रामदुलार यादव को भेंट की तथा ट्रस्ट द्वारा संचालित भगवान बुद्ध पुस्तकालय, डा0 एपीजे अबुल कलाम पुस्तकालय, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस पुस्तकालय, प्रधान जी विश्राम यादव पुस्तकालय, नि:शुल्क वाचनालय को भेंट करने का आश्वासन दिया|


  लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा संचालित ज्ञानपीठ केन्द्र के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए डा0 अशोक ने कहा कि हमें महापुरुषों के जीवन व विचार से प्रेरणा लेकर देश, समाज में व्याप्त रूढ़िवाद, पाखण्ड, कुरीतियों, प्रथाओं व परम्पराओं को समूल नष्ट करना चाहिए, जो समाज में विघटन, नफ़रत पैदा करती है, आज 21वीं सदी में हम ईर्ष्या, द्वेश व असमानता के शिकार हैं| कुछ ताकतें परोक्ष रहकर देश में असहिष्णुता पैदा कर एकता व गंगा, यमुनी संस्कृति को नष्ट करना चाहती हैं, हमें उनसे सावधान रहकर डा0 अम्बेदकर, महात्मा ज्योतिबा राव फूले, प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फूले के द्वारा देश, समाज को जागृति करने वाले विचार को आत्मसात करते हुए आपस में भाईचारा, प्रेम, सहयोग से रहना चाहिए| उन्होंने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत में आज भी दलित व वंचित समाज के दुल्हे को घोड़ी पर न चढने देना, अच्छे कपडे पहनने पर उससे ईर्ष्या करना चिन्ता का विषय है, अज्ञानता, अहंकार का प्रतीक है यह सही शिक्षा, सामान्य ज्ञान से ही दूर होगा| समाज के प्रबुद्ध वर्ग को इस पर विचार करना चाहिए|
    लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि “सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का स्वायत्तशासी संस्थान द्वारा डा0 अम्बेदकर प्रतिष्ठान, बाबा साहेब डा0 अम्बेदकर: सम्पूर्ण वांग्मय 21 खण्डों में पुनर्मुद्रण कराया है”, “लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट” उनका आभार व्यक्त करती है तथा डा0 अशोक का धन्यवाद करती है उन्होंने 5 पुस्तकालयों के लिए जो नि;शुल्क चलते हैं, पुस्तकों की व्यवस्था की है| मेरा इस सम्बन्ध में इतना ही कहना है कि हम बाबा साहेब अम्बेदकर के विचार के अनुरूप समाज को तैयार करें, गैर बराबरी, ईर्ष्या-द्वेश, नफ़रत का वातावरण देश में बन रहा है उसका विनाश तभी होगा जब समाज में समता, समानता, न्याय, बंधुता व प्रेम होगा| पुस्तक का मुद्रण हुआ यह सराहनीय है, लेकिन देश, समाज को डा0 बाबा साहेब अम्बेदकर के सपनों का भारत बनाने के लिए उनके बताये रास्ते पर चलने की आवश्यकता है, आजादी के 72 साल से अधिक होने के बाद भी दलित, वंचित, आदिवासी, पिछड़े, अतिपिछडे सामाजिक गैर बराबरी के शिकार हैं, डा0 अम्बेदकर का मानना था सामाजिक असमानता, राजनैतिक आजादी में रोड़ा, उसे सद्भाव, सहयोग से ही दूर किया जा सकता है| 
  ज्ञानपीठ के सभी साथियों ने डा0 अशोक को धन्यवाद दिया, प्रमुख रहे:- राम दुलार यादव, रामकर्ण जायसवाल, भीम सिंह चौहान, के0 के0 सिंह, डा0 देवकर्ण चौहान, रामप्यारे यादव, दयाराम प्रजापति, नीरज चौहान, फूलचंद पटेल, मुनीव यादव, शिव शंकर शर्मा, ओम प्रकाश अरोड़ा, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, हाजी मोहम्मद सलाम, रहमत अली, विजय मिश्र, मनोज पण्डित, अंशु ठाकुर, धनपाल यादव, हरिशंकर यादव, प्रेम चन्द पटेल, गुड्डू यादव, सुरेन्द्र यादव, देव नाथ भारती, पण्डित विनोद त्रिपाठी, पण्डित कृष्ण कुमार दीक्षित, सुरेश कुमार भरद्वाज, हरी किसन, अमर बहादुर, सुभाष यादव, अखिलेश कुमार शुक्ला, सुधीर उपाध्ध्याय आदि|
कार्यक्रम में भेंट की गयी पुस्तकें निम्नवत है:-
1. भारत में जाति प्रथा, जाति प्रथा उन्मूलन
2. संवैधानिक सुधार एवं आर्थिक समस्याएं 
3. डा0 अम्बेदकर - बम्बई विधान मण्डल में 
4. डा0 अम्बेदकर साइमन कमीशन के साथ 
5. डा0 अम्बेदकर – गोलमेज सम्मलेन में
6. हिंदुत्व का दर्शन 
7. क्रान्ति तथा प्रतिक्रान्ति बुद्ध अथवा कार्लमार्क्स 
8. हिन्दू धर्म की पहेलियाँ 
9. अस्पृश्यता अथवा भारत में बहिष्कृत बस्तियों के प्राणी
10.  अस्पृश्य का विद्रोह, गाँधी और अनशन, पूना पैक्ट 
11.  ईस्ट इंडिया का प्रशासन और वित्त प्रबंध 
12.  रुपये की समस्या, इसका उदभाव और समाधान 
13.  अछूत कौन थे और वे अछूत कैसे 
14.  शूद्र कौन थे 
15.  पाकिस्तान अथवा भारत का विभाजन 
16.  कांग्रेस एवं गाँधी ने अस्पृश्यों के लिए क्या किया
17.  गाँधी एवं अछूतों का उद्धार 
18.  डा0 अम्बेदकर – सेन्ट्रल लेजिस्लेटिव काउन्सिल में 
19.  अनुसूचित जातियों की शिकायतें तथा सत्ता हस्तांतरण सम्बन्धी 
20.  डा0 अम्बेदकर केन्द्रीय विधान सभा में - I
21.  डा0 अम्बेदकर केन्द्रीय विधान सभा में - II 
     
                                                             


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