गाजियाबाद में वर्तमान परिस्थितियों में कोविड-19 महामारी संकट के समय वित्त व्यवस्था से किसी भी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में कोई बाधा नही आई है। जहाँ स्वास्थ्य सेवा,
पुलिस सेवा, प्रशासन व सफ़ाई कर्मचारी अग्रिम पंक्ति में रहकर सेवा कर रहे हैं गाजियाबाद के रास्ते होते हुए दिल्ली के मजदूर अपने घर को जा रहे हैं और उनको पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में बस सेवा संचालित की है वही इतनी भीड़ को ले जाने के लिए व्यवस्थाएं चरमरा गई है और कोरोना के संक्रमण होने की आशंका बढ़ गई है इस संबंध में हमारे संवाददाता ने पूर्व चेयरमैन नगर निगम गाजियाबाद निर्मल सिंह नामधारी से बात की उन्होंने बताया यहां पर सरकार को
इन मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए ब से पर्याप्त नहीं है और रेलगाड़ियों की भी सुविधा इनको देनी चाहिए तथा सभी लोगों का कोरोना टेस्ट करके ही गाड़ी में बैठा ना चाहिए ताकि यह जानलेवा बीमारी भारत के गांवों में ना पहुंच पाए उन्होंने सरकार को चेताया है की सेना टॉयज की व्यवस्था कर लोगों को रेलगाड़ी के द्वारा उनके गंतव्य पर पहुंचाया जाए और जो इस भीड़ में पीड़ित पाया जाए उसको ही रोककर उसका इलाज कर फिर उसको छोड़ा जाए तभी इस महामारी से हम निजात पा सकते हैं वरना यह भूल लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है
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