बाड़मेर 16 मार्च,देश में आज-कल पत्रकारों पर लगातार बढ रहे हमले और हत्या की घटनाओं के बाद अब राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक प्रमुख राज्य स्तरीय समाचार पत्र के संवाददाता राजू चारण को जान से मारने की धमकी मिली है। ऑडियो में एक व्यक्ति संवाददाता को किसी कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए धमकाया जा रहा है कि आप हमारे बारे में जानते नहीं हैं, पहले हमारे बारे में बाड़मेर जिले के पत्रकारों से ज्यादा जानकारी लेने के बाद ही हमारे खिलाफ समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित करवाना नहीं तो फिर अंजाम क्या होगा ,आप स्वयं जिम्मेदार हों ।
पहले ही बाड़मेर के कई पत्रकारों को ठिकाने लगा दिया है और फिर अपना ध्यान रखें,अभी अपनी लोकेशन बताओ, अभी अभी तुम्हारी अंकल को ठिकाने लगाते हैं। पहले भी आपने हमारे बारे में समाचार पत्रों में बहुत कुछ लिखा था, इससे हमारी ज्यादा फजिहत हुईं थीं और फिर आज़ भी अनाप-शनाप लिख दिया है। चाहे तो फिर रिकार्डिंग करलो हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। जिला प्रशासन के अधिकारी भी हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे हमारे खिलाफ कार्रवाई करने की, हमारे उपर तो बहुत से मुकदमे भी दर्ज हैं।
पत्रकारिता करने वाले लोगों की जान-माल की रक्षा करने और धमकियां देने वाले के खिलाफ जान से मारने की धमकी का प्रकरण दर्ज हो एवं उनकी तत्काल गिरफ्तारी हो साथ ही इस मामले में यह भी जाँच की जाए कि इसमें किसके संरक्षण के तहत एक पत्रकार को गालिया और जान से मारने की धमकियां दे रहा है।
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता अमृत जैन ने बताया कि पत्रकार हमारी संस्कृति और सरकार का सजग प्रहरी है पत्रकार को अपने हितों से आगे बढ़कर देशहित की भावनाओं के बारे में लिखना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को पत्रकारों को दबाने का अधिकार नहीं है जब पत्रकार भी चापलूसी करने लगेगा तो फिर देशहित की भावना लोगों में कौन जगाएंगे।
वरिष्ठ अधिवक्ता अम्बालाल जोशी ने बताया कि आजकल देश में चौथा स्तंभ वास्तव में खतरे में है और पत्रकार द्वारा लिखित में शिकायत दर्ज करवाई जाने पर जान-माल की धयकी देने वाले का नाम सार्वजनिक किया जाएं और जिला प्रशासन द्वारा भविष्य में उस व्यक्ति से अपने अधिकारियों और कर्मचारियों से सावधान रहें ताकि अपराध करने पुनरावृत्ति न हो।
भाजपा जिलाध्यक्ष आदूराम मेधवाल ने बताया कि हमारे बाड़मेर जिले में सभी पत्रकारों ने आमजन की समस्यायों का समाधान करने में हमेशा सहयोगी रवैया अपनाया है और जो राजनीतिक दलों द्वारा मुद्दे नहीं उठाया गया । जनहित के मुद्दों को सरकार तक पहुंचाने की पहली सीढ़ी है और अगर पत्रकार को कोई भी व्यक्ति धमकियां या फिर गाली गलौज करता है तो उससे ज्यादा शर्मनाक बात कोई हों ही नहीं सकती है, राज्य के शान्त आबोहवा वाले बाड़मेर जिले में,
बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि अशोक गहलोत के राज में भी बाड़मेर के पत्रकारों को धमकियां मिल रही है तो फिर बहुत ही शर्मनाक बात है। बाड़मेर जिले में पत्रकारों द्वारा ही सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करने में हमेशा सहयोग मिलता है। चौथा स्तंभ देश में कहीं पर स्वतंत्र है तो वह बाड़मेर जिले में ही है बाकी जगहों का तो पता नहीं।
बाड़मेर जिला कलेक्टर अशदीप के मोबाइल नंबर पर बात करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बालोतरा - पचपदरा रिफाइनरी प्रोजेक्ट्स दौरें में व्यस्त होने के कारण बात नहीं हो पाई।
राज्य सरकार के सचिवालय में कार्यरत अधिकारी ने बताया की पत्रकारिता करने वालों को अपने हिसाब से समाचार लिखना चाहिए ना की नाम के पिछे भागना चाहिए, ओर राजस्थान राज्य में पत्रकारिता करने वाले सबसे ज्यादा सुरक्षित है।
0 टिप्पणियाँ