केंद्र से अब तक नहीं मिला आर्थिक पैकेज
दिल्ली-कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि राजधानी में भी लॉकडाउन को लेकर कोई भी तस्वीर 3 मई के बाद ही साफ हो सकेगी।उन्होंने स्वीकार किया है कि दिल्ली सरकार पर लॉकडाउन का आर्थिक असर भी पड़ा है।
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के मसले पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी मुख्यमंत्रियों के बीच चर्चा हुई। इसमें दिल्ली की ओर से लॉकडाउन अभी और आगे ले जाने के संकेत मिले हैं।मनीष सिसोदिया का कहना है कि लॉकडाउन पर तस्वीर 3 मई के बाद ही तय होगी। हर परिस्थिति का आकलन दो-तीन बार किया जाएगा। इसके बाद ही लॉकडाउन पर कोई फैसला लिया जाएगा। मनीष सिसोदिया ने कहा कि अभी सिर्फ आपात सेवाओं और लोकल दुकानों को खोलने की अनुमति है। कोई भी मुख्यमंत्री ऐसी हालत में नहीं है कि वह लॉकडाउन पर कोई फैसला ले सके।वहीं राजधानी दिल्ली की स्थिति को लेकर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना अभी पूरी दिल्ली में नहीं फैला है और हॉटस्पॉट जोन तक ही सीमित है। अच्छे हालात के लिए जरूरी है कि लोग लॉकडाउन का पालन करें।
लॉकडाउन के वित्तीय असर पर वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जैसी लोगों की हालत है, वैसी ही सरकार की है। खर्च ज्यादा है और टैक्स मिल नहीं रहा है। पिछले साल अप्रैल में 3500 करोड़ रुपये का टैक्स आया था, जबकि इस बार अभी तक 325 करोड़ टैक्स ही आया है। ऐसे हालात में कोरोना के खात्मे के बाद ही निकला जा सकता है।दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के पास एकमात्र रास्ता सेल का है, लेकिन फिलहाल खरीद-फरोख्त हो ही नहीं रही है। केंद्र सरकार से कोई अलग आर्थिक पैकेज नहीं मिला है। बाकी राज्यों को जो पैसा मिला है, वह भी दिल्ली को नहीं मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा में दिल्ली की ओर से अभी लॉकडाउन पर फैसला लेने के लिए वक्त मांगा गया है।
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