वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लॉकडाउन की अवधि आगे बढ़ाते हुए इसे तीन मई तक लागू कर दिया है। देश में अब तक 10,815 पुष्ट मामले सामने आ चुके हैं और 353 लोगों की मौत हो चुकी है।
देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन बढ़ाने का एलान करने के साथ यह भी कहा कि कुछ इलाकों में 20 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में छूट दी जा सकती है।इसके लिए कुछ मानक तय किए जाएंगे जिसके लिए दिशा-निर्देश बुधवार को जारी किए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, 20 अप्रैल तक हर राज्य, हर थाने और हर कस्बे पर नजर रखी जाएगी। एक सप्ताह तक और सख्ती होगी। इस बात को देखा जाएगा कि वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है। जिन इलाकों में हॉटस्पॉट नहीं बढ़ेंगे और स्थिति सामान्य रहेगी वहां 20 अप्रैल से लॉकडाउन में कुछ रियायत दी जा सकती है।
*एक भी मामला आया तो नहीं मिलेगी छूट*
यह साफ है कि लॉकडाउन में रियायत उन्हीं इलाकों को मिलेगी जहां 20 अप्रैल तक कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आता है। वहीं, 20 अप्रैल के बाद भी अगर कोई मामला सामने आता है तो यह छूट वापस ले ली जाएगी।
*इन शहरों में 14 दिन से कोरोना का कोई मामला नहीं*
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया था देश में 15 राज्यों के 25 ऐसे जिले हैं जहां पिछले 14 दिन में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। अगर 20 अप्रैल तक यहां ऐसी स्थिति बनी रहती है तो इन्हें लॉकडाउन में रियायत मिल सकती है। बता दें कि इनमें झारखंड के राजनंदगांव,दुर्ग और विलासपुर जिले,कर्नाटक के देवनगरी,उडुपी,टुमकुर और कोडगू जिले,महाराष्ट्र का गोंदिया जिला, हरियाणा के पानीपत,रोहतक और सिरसा,बिहान के पटना और मुंगेर में 14 दिन से कोई मामला नहीं मिला है। वहीं, केरल के वायनाड और कोट्टयम, मणिपुर का वेस्ट इंफाल, गोवा का साउथ गोवा,जम्मू-कश्मीर का राजौरी,मिजोरम का आइजल वेस्ट,पंजाब का एसबीएस नगर,राजस्थान का प्रतापगढ़,तेलंगाना का भद्राद्रि,कोट्टागुड़म,उत्तराखंड का पौड़ी गढ़वाल और पुडुचेरी का माहे जिला भी इसी सूची में है।
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