पत्रकार प्रेस क्लब की पहल रंग लाई, पीड़ित पत्रकार को मिला न्याय, हिन्द भास्कर के प्रधान संपादक की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा।
वाराणसी। हिंद भास्कर के प्रधान संपादक डॉ वरुण उपाध्याय की तहरीर पर लंका पुलिस ने रविवार को दैनिक भास्कर के कथित मालिक दीपक द्विवेदी के साथ मुद्रक एवं प्रकाशक लल्लन मिश्रा के खिलाफ धारा 419,420,467,471 एवं 406 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया है। इस मामले में डॉ उपाध्याय द्वारा 5 दिन पूर्व लंका थाने पर तहरीर दी गई थी पुलिस मुकदमा दर्ज करने से आनाकानी कर रही थी। मुकदमा दर्ज न किए जाने के मामले में पत्रकार प्रेस क्लब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस के उच्चाधिकारियों से कार्रवाई की मांग किया था।जिस पर जिओ भेलूपुर ने मामले की जांच पड़ताल करते हुए एसएसपी प्रभाकर चौधरी को अपनी रिपोर्ट प्रेषित किया था एसएसपी के निर्देश पर दंगा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
*हिन्द भास्कर के प्रधान संपादक डॉ वरुण उपाध्याय के साथ ऐसे हुआ था फ्राड*
जानले कि दैनिक भास्कर वाराणसी संस्करण को शुरू कराने के लिए दैनिक भास्कर वाराणसी के स्थानीय सम्पादक डा0 वरूण उपाध्याय और दैनिक भास्कर नोएडा मुख्यालय में कार्यरत मुद्रक प्रकाशक ललन मिश्रा द्वारा बगैर अधिकार के ही फर्जी अनुबंध पत्र जारी कर लाखों रुपए हड़प लिए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। जिसमें पीड़ित डॉक्टर वरुण उपाध्याय द्वारा लंका थाने में तहरीर देकर उपरोक्त लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग किया गया है।परंतु 4 दिन बीत जाने के बावजूद भी थानाध्यक्ष लंका ने मुकदमा दर्ज करने के बजाय उच्चाधिकारियों को गुमराह कर आरोपी की मदद कर रहे हैं। बड़ी बात तो यह है कि संपूर्ण साक्ष्य होने के बावजूद भी सीओ भेलूपुर लंका थाना प्रभारी के रटे रटाये बयानों पर निर्भर हो गए है। आश्चर्य की बात तो यह है कि पीड़ित द्वारा थाने पर दी गई तहरीर को भी अभी तक अधिकारियों ने पढ़ा भी नहीं है।जिसके कारण लोग अलग अलग बयान बाजी कर रहे हैं।पीड़ित डॉक्टर वरुण उपाध्याय की माने तो दैनिक भास्कर वाराणसी संस्करण की शुरुआत करने में कुल 78 लाख रुपया दीपक द्विवेदी व लल्लन मिश्रा के कहने पर विभिन्न मदों में खर्च किया गया है।जिसमें 15 लाख रुपया आरोपियों के खाते में ट्रांसफर किया गया है।साक्ष्य के बावजूद भी मुकदमा दर्ज न किया जाना कुछ अलग ही कहानी बयां कर रही है। महत्वपूर्ण बात तो यह है कि पीड़ित ने इस मामले में सीएम डीजीपी एडीजी को ट्वीट कर मुकदमा दर्ज करवाने की मांग किया था। एडीजी जोन मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी रेंज को कार्रवाई का निर्देश दिया था परंतु 4 दिन बीत जाने के बावजूद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।जिससे लंका थाना प्रभारी पर सवालिया निशान उठने लगे थे। इस मामले को एडीजी जोन बृजभूषण मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी रेंज विजय मीणा जांच कराकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। निर्देश के तहत एसएसपी प्रभाकर चौधरी के निर्देश पर रविवार को लंका थाने में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।
0 टिप्पणियाँ