साहिबाबाद: वैश्विक महामारी के संकट से जूझ रहे भारतवर्ष का प्रवासी, असंगठित क्षेत्र का मजदूर, रेहड़ी, पटरी, रिक्शेवाला, दस्तकार, छोटा दुकानदार, घरों में काम करने वाली महिलाऐं सबसे अधिक प्रभावित हैं।
अब निम्न मध्यम, कुछ मध्यम वर्ग भी संकट में है, वह भी चाहता है कि हमें भी किसी भी माध्यम से सहायता मिलनी चाहिए, यह बात लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के अध्यक्ष/संस्थापक राम दुलार यादव ने राशन वितरित करते हुए एक बयान में बताया|
लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट लगातार हर तरह से जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, आज 17/05/2020 तक प्रभावित परिवारों में राशन पहुँचाना, प्रवासी मजदूरों के लिए पैकेट में भोजन के साथ फल व पानी की व्यवस्था लगातार कर रहा है।
हम उ0 प्र0 व केन्द्र सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि जो राहत कार्य सरकार द्वारा चलाया जा रहा है वह अपर्याप्त, “ऊंट के मुंह में जीरा” है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, पंजीकृत भी नहीं हैं श्रम कार्यालय में, तथा उनका बैंक में भी एकाउंट नहीं है, संकट में हैं।
शासन, प्रशासन को निर्देश दें कि उन्हें चिन्हित कर इनके खाते में खाता खुलवा नकद रु0 5000/= कम से कम हर प्रवासी मजदूर को दिये जाय, कार्य धरातल पर होना चाहिए, छोटे दुकानदारों, ठेली लगाने वालों के खाते में 10000/= रुपये कम से कम नकद डाले जाय, तभी आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगा, नहीं तो सब “ढाक के तीन पात” की तरह हो जायेगा| “न नौ मन तेल होगा, न राधा नाचेगी”| आर्थिक दृष्टि से कमजोर को बैंक अन्दर घुसने नहीं देता, तो कर्ज कहाँ से देगा|
भारत के माननीय खाद्य मंत्री जी से मै मांग करता हूँ कि आप की सरकार के राहत पैकेज एक परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को 5 किलो गेहूं तथा प्रति परिवार 1 किलो चना या दाल मिलेगी, यह कितना ही अदूरदर्शी कदम है, आप साधारण परिवार से आते हैं उदहारण स्वरुप एक परिवार में चार लोग हैं आपने 20 किलो गेहूं उन्हें दिया साथ में 1 किलो दाल क्या यह जायज है, इतनी कम दाल जरा सोचें, किसी रसोइये से राय लें, इन्हें कम से कम 4 किलो दाल एक परिवार को देने की व्यवस्था तत्काल करने की सम्बन्धित अधिकारियों को राज्य सरकारों के माध्यम से वितरण करवायें, लोन छलावा है, जरुरतमंदों की सीधे खाते में नकदी डाली जाय, जिससे क्रयशक्ति आम आदमी की मजबूत हो तभी अर्थव्यवस्था में तरलता आयेगी, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, अवधेश यादव, डा0 अशोक, सुनील चौहान, डी0 पी0 मौर्य, सुशील वर्मा, आर0 पी0 सिंह, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, बिंदु राय, विरेन्दर सिंह यादव, हर्ष रस्तोगी ने वितरण में सहयोगी रहे| अनुसूचित जाति, जन जाति, छात्रावास भोपुरा सहित 100 से अधिक परिवारों में कच्चा राशन तथा 850 पैकेट भोजन, पानी, फल भी प्रवासी मजदूरों में वितरित किया गया|
वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने सड़क व रेल दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले परिवारों को राज्य सरकार, केन्द्र सरकार से कम से कम 25 लाख रुपये मुवावजा, तथा घायलों को पांच-पांच लाख रुपये देने की मांग की| उ0 प्र0 की सीमा पर हजारों मजदूर बेबस, लाचार फंसा हुआ है उसे रोक दिया गया, वह साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के विद्यालय, यू0पी0 गेट पुल के नीचे, राजेन्द्र नगर, लोनी रोड पर मारा-मारा फिर रहा है, इनके खाने की, न पानी की व्यवस्था ठीक है मेरी मांग है कि अविलम्ब बसों का इंतजाम कर इन्हें इनके गंतब्य स्थान तक पहुँचाया जाय, तथा साहिबाबाद रेलवे स्टेशन से श्रमिकों को रेल द्वारा उनके गाँव भेजने की व्यवस्था की जाय|
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