Hot Posts

6/recent/ticker-posts

क्या आपने तमाशा दिखाने वाला मदारी देखा है? लेकिन भारत की जनता देख रही है!

दिल्ली: जी हां मदारी का तमाशा जिसे देख कर बच्चे बहुत खुश होते थे मारे खुशी के तालियां भी बहुत बजाते थे आज भी कहीं मदारी मिल जाता तमाशा दिखाते हुए तो लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाती है ।


भारत में भी मदारी का तमाशा चल रहा है थोड़ी देर के लिए ही सही लोग अपने दुख दर्द भूल जाते हैं लेकिन असल में तो दुख और दर्द तो इलाज से ही जाते हैं जहां कोविड-19 नाम की महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है वहीं भारत में रोज तमाशे हो रहे हैं भारत की मीडिया के क्या कहने बिल्कुल इवेंट मैनेजर की तरह अपनी भूमिका का निर्वाहन कर रही है देश के हालात क्या है ?
क्या आपको पूरी तरह दिखाया जा रहा है? नहीं ना लेकिन अंताक्षरी जरूर दिखाई जा रही है आप खुश भी हो रहे हैं इस कोरोना नामक महामारी में लोगों के पास ना खाने के लिए राशन है ना खरीदने के लिए पैसे लेकिन यह जरूरी नहीं है क्योंकि जनता तो इवेंट देख कर ही खुश हो जाती है ताली और थाली भी बजाती है क्या किसी ने उन गरीब परिवारों के लिए सरकार से मांग की आवाज उठाई नहीं क्योंकि आपके पास जरूरी संसाधन मौजूद है जब लोग भूख से मरने लगेंगे तो आप थोड़ा सा दुख जताकर भूल जाएंगे और अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेंगे !


अगर आपके अंदर अभी भी थोड़ी सी इंसानियत और मानवता बची है तो भारत सरकार से उन गरीबों के हक हकूक के लिए आवाज उठाइए वह भी आपके बीच के लोग हैं कोई विदेश से नहीं आये सभी भारत की कामगार जनता है जो इस देश को चलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आई है आपके साथ हर सुख दुख में कंधे से कंधा मिलाकर चलती आई है फिर भला आप कैसे उन लोगों को नजर अंदाज कर सकते हैं अभी भी वक्त है सभी एक साथ आइए और सरकार की गलतियों पर आईना दिखाइए वक्त भी है और वक्त का तकाजा भी यही कहता है सरकार को उसकी जिम्मेदारियों का एहसास कराइए सरकार के पास बड़ी मात्रा में रसद खाद्यान मौजूद है फिर लोगों के पास राशन क्यों नहीं पहुंच पा रहा है? सरकार से सवाल कीजिए कमियां बताइए तब शायद सरकार नींद से जागे और अपनी जिम्मेदारियों को समझ उसका निर्वाहन करें नहीं तो आप विश्व गुरु तो छोड़िए गर्त में इस देश को ले जा रहे हैं इस देश को बनाने और बिगाड़ने में हर एक भारतवासी की भूमिका होती है अगर आप सरकार के समर्थक हैं तो भी उसकी गलतियों पर उसे चेताइए आगाह कीजिए ।  जय विज्ञान जय संविधान।                                                     


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ