गाजियाबाद: केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् द्वारा विश्व हास्य- योग दिवस सफलता पूर्वक ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मनाया गया।
परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनिल आर्य जी ने गायत्री मंत्र द्वारा सत्र को प्रारम्भ कर कहा कि इस समय जब अधिकांश देश कोरोना वायरस के डर से सहमा हुआ है,ऐसे समय में 'विश्व हास्य दिवस' की अत्यधिक आवश्यकता महसूस होती है।उन्होंने कहा कि ठहाके लगाने व खिलखिला कर हँसने से छाती व पेट के मध्य स्थित डायाफ्राम में स्पन्दन होता है।हँसने से डायाफ्राम की झिल्ली सक्रिय हो जाती है,फलस्वरूप पेट,फेफड़े व लिवर की स्वाभाविक मालिश होती है व समस्त शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन का संचार होता है,हृदय की शिराओं में रक्त का परिसंचरण सुचारू ढंग से होने लगता है।उन्होंने कोरोना वायरस पर लगे लॉक डाउन में घर पर रहने पर बल दिया ओर आगे कहा कि ठहाके लगाकर हँसने से तन की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
उत्तर प्रदेश के प्रांतीय मंत्री व योग शिक्षक प्रवीण आर्य ने भी हास्ययोग के कुछ अभ्यासों की जानकारी देते हुए कहा कि हँसना शारीरिक बीमारियों तथा मानसिक व्याधियों से निजात पाने का सर्वोत्तम उपाय है।
प्रधान शिक्षक सौरभ गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 'मई' माह के प्रथम रविवार को मनाया जाता है।हंसमुख बच्चे अधिक बुद्धिमान होते हैं।
श्री देवेन्द्र भगत जी ने बताया कि जापान के लोग अपने बच्चों को प्रारंभ से ही हँसते रहने की शिक्षा देते हैं।
इस अवसर पर जवाहर भाटिया(दिल्ली),विवेक आर्य (मेरठ),संजय सपरा,दिनेश आर्य, यशोवीर आर्य,चिंकी आर्या, सुशील आर्य,मनीष दुआ,नरेश प्रसाद,राम कृष्ण शास्त्री (राजस्थान) आदि ने भी अपने अपने विचार रखें।
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