लखनऊ: गोंडा की अनामिका शुक्ला प्रकरण के खुलास्से के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में तेज हुई फर्जीवाड़े की जांच में अब एक नया खुलासा हुआ है. जांच में 3,342 शिक्षक व कर्मचारी ऐसे मिले हैं जिन्होंने नियुक्ति के बाद अबने पैन को बदला. अब इन सभी शिक्षकों व कर्मचारियों की सूची एसटीएफ को सौंप दी गई है. इसके अलावा अब जांच और भी तेज कर दी गई है. आज यानी सोमवार से अब मंडलवार अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा की जाएगी. अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
आज से मंडलवार समीक्षा...
अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा ने बताया कि सोमवार से से सभी नियुक्तियों की समीक्षा की जाएगी. यह कार्य 4 जुलाई तक चलेगा. इसके लिए सभी जिलों को एजेंडा भेजा जा चुका है. यह समीक्षा मंडलवार जिलों में बनी जांच कमेटी के साथ की जाएगी. इसमें एसआईटी व एसटीएफ की जांच में फर्जी पाए गए शिक्षकों पर हुई कार्रवाई, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नियुक्त शिक्षकों का सत्यापन और कार्रवाई की समीक्षा होगी. साथ ही वेतन से जुड़े डाटा में गड़बड़ियों के आधार पर उठाए गए क़दमों की समीक्षा शामिल है.
दिव्यांग शिक्षकों की भी जांच...
गौरतलब है कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में फर्जी शिक्षकों का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यपक जांच करवाने के निर्देश दिए थे. बता दें बेसिक शिक्षा के अलावा माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग में भी अब नियुक्तियों की जांच की जा रही है. बेसिक शिक्षा में एसआईटी और एसटीएफ की जांच पहले से ही जारी है. लेकिन अब बेसिक शिक्षा में दिव्यांग श्रेणी के तहत जो नियुक्तियां हुई हैं उसकी जांच भी एसटीएफ करेगी. इसमें विकलांगता की श्रेणी और उससे जुड़े दस्तावेज की वैद्यता भी शामिल है.
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