Hot Posts

6/recent/ticker-posts

LAC पर बातचीत की आड़ में चीन ने फिर दिया धोखा: सरदार मंजीत सिंह

बातचीत की आड़ में चीन ने फिर दिया धोखा सरहद पर बातचीत फिलहाल अभी बंद हो अभी तो चीन में घुसकर मारने का हुक्म जारी करे सरकार : सरदार मंजीत सिंह अध्यात्मिक एवं सामाजिक राजनीतिक विचारक



भारत की सरकार चीन पर कितना भरोसा करती है मगर एक भी हिंदुस्तानी बिल्कुल भी नहीं करता | क्या हम चीन को ज्यादा ताकतवर समझते हैं माना चीन के पास हथियार ज्यादा है | परमाणु ताकत भी ज्यादा होगी जल थल वायु सेना जायदा होगी मगर देश की सरकार को सोचना होगा | हम हिंदुस्तानी हैं हमसे अच्छी फौज पूरी दुनिया में नहीं हमसे ज्यादा देशभक्त नहीं और एक बात सरकार को याद दिला दें | हम हौसलों से जंग लड़ते हैं हथियारों से नहीं और यह हौसला पूरी दुनिया में किसी की फौज के पास नहीं इसलिए सरकार को सरहद पर बातचीत फिलहाल अभी बंद कर सेना को अंदर घुस के मारने का हुक्म जारी करें | सरकार चीन पर ना तो पहले विश्वास था और ना ही अब है भारत हमेशा पड़ोसी मुल्कों से अच्छे संबंध बना कर रखना चाहता है |


इसलिए कभी पहल भी नहीं करता अगर बाद में घुसकर कर मारता है अब इन विचारों पर अमल हो फौज को छूट दी जाए | हमारा एक एक सैनिक दुश्मनों के 10 के बराबर है चीन का डर अब सरकार को हटाकर आंख दिखाने का काम करना चाहिए | भारत की 130 करोड़ आबादी देश के लिए लड़ने को तैयार है देश पर जब भी संकट के बादल छाते हैं हम एक होकर मजबूत बनकर उभर आते हैं | चीन 15 जून सोमवार की रात को अचानक हमला किया जिसमें एक कर्नल रैंक का ऑफिसर व 20 सैनिक शहीद हुए | जबकि एक तरफ दोनों देशों की बातचीत चल रही है दोनों अपनी फौज पीछे ले जाएं चीन के सैनिकों मैं चरित्र की भी गिरावट देखी गई पत्थरों व रॉड से हमला किया जो गलत है | मगर चीन के लिए सही और क्या गलत उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता | पूरा देश चीन के बने सामान का बाय काट करना चाहता है तो सरकार क्यों नहीं करती | एक तरफ देश आत्मनिर्भर तभी बनेगा जब हम धीरे-धीरे विदेशी सामान ना मंगाए और ना ही देशवासी खरीदें | बातचीत की आड़ में चीन ने फिर दिया धोखा एक तरफ बातचीत करता रहा दूसरी तरफ अपनी औकात दिखा दी | 20 मई से बातचीत का दौर शुरू हुआ दो और तीन जून को मेजर जनरल मीटिंग में चीन ने पीछे हटने की बात को स्वीकार किया | एक तरफ बातचीत करता रहा चीन और दूसरी तरफ हमला बोल दिया | एक अखबार में देखा उसमें हथियारों की आपसी तुलना की गई हम हर क्षेत्र में चीन से पीछे हैं सैनिक परमाणु हथियार हो या कोई अन्य फौजी सामान हम हर जगह पीछे हैं | हां फिर एक बात दोबारा कहना चाहता हूं भले ही हम हथियारों में पीछे हैं मगर भारतीय सेना का जज्बा हौसला हमारे सैनिकों में चीन के मुकाबले कई गुना ज्यादा है | फिर लिख रहा हूं हम जज्बे और हौसलों से जंग जीत ते हैं हथियारों से नहीं एक बात और है चीन झूठा मुल्क है जंग खुद शुरू करता है दोष दूसरे मुल्क पर लगा देना उसकी आदत है | चीन ने कहा हमारी सरहद में घुसे इसलिए गोली चलानी पड़ी चीन अपनी गलती कभी स्वीकार नहीं करता बातचीत के बाद भी एलएसी पर बनी सहमति को नहीं मान रहा है तो यह कौन सी बड़ी बात है | आज तक नहीं माना चीन से बातचीत 20 मई से शुरू हुई बातचीत के 26 वें दिन यही रिजल्ट निकला चीन द्वारा यह प्रचार किया गया | सैनिक हटाए जा रहे हैं हटाना तो एक तरफ उसने हमारे एक ऑफिसर और 20 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया | चीन से छह लाख करोड रुपए का व्यापार अरबों रुपए का निवेश होने के बाद भी चीन ने शायद कभी यह नहीं सोचा यह व्यापार निवेश भारत बंद भी कर सकता है | या उसका हर बार एक ही पैंतरा होता है कि हम लड़ना नहीं चाहते मगर लड़ते भी हैं सरकार को चीन के साथ व्यापार और निवेश पर विचार करना चाहिए | चीन को एक झटका जोरदार से लगा दे सरकार गलवान 5 मई की रात से ही सुलग गई थी आग आग की चिंगारी 5 मई की रात को एलएसी पर भारत और चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई | और बाद में 15 जून को यह हालात पैदा किए गए कि हमारे एक कर्नल और 20 जवान शहीद हो गए वहां विवाद की कोई परिभाषा नहीं है | कभी चीन कहता है रोड क्यूं बनाया जा रहा है भारत के अंदर हमें क्या करना है क्या नहीं यह चीन बताएगा | भारत सरकार से देश के 130 करोड़ जनता सवाल कर रही है चीन से दोस्ती क्यू जबकि चीन हमारा कभी मित्र नहीं रहा | चीन से छह लाख करोड़ रुपए का व्यापार क्यू अरबों रुपए का निवेश क्यूं हम अपने सैनिकों का बदला कब तक लेंगे | यह सभी सवालों पर जनता जवाब चाहती हैं | 


 


सरदार मनजीत सिंह 


अध्यात्मिक एवं समाजिक 


राजनीतिक विचारक


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ