दिल्ली : शिवपुरी से होते हुए झांसी और फिर बरास्ते दतिया होते हुए यूपी पुलिस की STF कानपुर देहात पहुंच चुकी थी।
*STF की लोकेशन यहां तक लाइव रही। उरई टोल नाके पर जिला पुलिस की एस्कॉर्ट ने STF की 3 गाड़ियों के काफिले को आगे भी बढ़ाया*
*गैंगस्टर विकास दुबे जिस स्कार्पियो में सवार था, वह पलट चुकी थी। यानी पहले जो 4 गाड़ियां विकास को लेकर जा रही थी, उसमें से एक कम हो गयी थी*
लेकिन अचानक खबर आती है कि विकास ने पलटी हुई स्कार्पियो से निकलकर भागने की कोशिश की और एनकाउंटर में मारा गया।
यह क्या बताता है?
*यह सुनियोजित हत्या है। एक बंदी की हत्या। क़ानूनन उसका इंसाफ कोर्ट को करना चाहिए था। वह पुलिस संरक्षण में था*
*लेकिन बदले की आग में सुलग रही वर्दी के भीतर का रक्षक अचानक गुंडा बन गया*
*यही यूपी की पुलिस है*
*नाकाम। बेकसूरों को घर से उठाने वाली। गैंगस्टर्स को भगाने वाली। आत्मसमर्पण का ढोंग रचाने वाली*
*किसे नहीं पता था कि विकास यूपी पहुंचते ही मारा जाएगा?*
*गाड़ी कैसे पलटी? क्या विकास दुबे को हथकड़ी लगी थी? वह अगर निहत्था था तो उसे पकड़ा क्यों नहीं गया?*
*ये सारे सवाल उसी व्यवस्था से जुड़े हैं, जिसने विकास दुबे को गैंगस्टर बनाया। वही जांच करेगी। क्या जवाब की उम्मीद करते हैं?*
*बिल्कुल नहीं। विकास के पास उसी व्यवस्था की काली करतूतों के ढेरों राज़ थे। वह मुंह खोलता तो व्यवस्था हिलने लगती। गिर जाती*
*यूपी की निरंकुश सरकार ने विकास को मारकर यह साफ संदेश दिया है कि जो भी निज़ाम के खिलाफ मुंह खोलेगा, मारा जाएगा*
*आज विकास के साथ बीजेपी राज की तमाम नैतिकता का एनकाउंटर हुआ है*
आज से 2 वर्ष पूर्व झांसी जेल से प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में लाया गया था उस दौरान मुन्ना बजरंगी की धर्मपत्नी ने 10 दिन पूर्व आशंका जताई थी की मेरे पति की हत्या हो सकती है जेल में ही कुख्यात प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी को जेल में ही गैंगस्टर सुनील राठी ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी लेकिन आज तक इस मामले में भी उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसके हत्यारे को सजा नहीं दिलवा पाई गैंगस्टर विकास दुबे काफी इन काउंटर इसी की उपज है यदि इन दोनों मामलों में सीबीआई जांच होती है तो उत्तर प्रदेश पुलिस कटघरे में खड़ी नजर आएगीl
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