दिल्ली के अफगान सिख निदान सिंह, जिन्हें आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था. वह परिवार के 10 अन्य लोगों के साथ आज भारत लौटेंगे. सूत्रों ने कहा कि इन सभी 11 सिखों को भारतीय नागरिकता दी जा सकती है.
नई दिल्ली 26 जुलाई: ग्यारह अफगान सिखों को भारत की नागरिकता दी जा सकती है. इनमें दिल्ली के अफगान सिख निदान सिंह भी शामिल हैं. निदान को आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था. वह परिवार के 10 अन्य लोगों के साथ आज भारत लौटेंगे. सूत्रों ने कहा कि इन सभी 11 सिखों को भारतीय नागरिकता दी जा सकती है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, काबुल के शोर बाजार में मार्च 2020 मार्च को गुरुद्वारा गुरु हर राय पर हुए आतंकी हमले में एक भारतीय सिख सहित 26 सिखों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोगों को अगवा कर लिया गया था और गुरुद्वारे को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था.11 अफगान सिखों का एक समूह, जो भारत के प्रस्तावित सुविधा मिशन में शामिल होना चाहते थे, रविवार 26 जुलाई को दिल्ली पहुंचेंगे.
इस संबंध में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक वीडियो संदेश जारी किया. सिरसा ने कहा कि दिल्ली गुरुद्वारों में अफगान हिंदू-सिखों के समूह को क्वारंनटाइन किया जाएगा. मैं प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने अल्पसंख्यकों की मदद की.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार उन्हें उनके अनुरोध नागरिकता देने पर ध्यान देगी और आने वाले दिनों में अधिक हिंदू-सिख समुदाय के सदस्यों को वापस लौटने की सुविधा प्रदान करेगी.
सूत्रों ने बताया कि समूह में निधन सिंह सचदेवा भी शामिल हैं, जिन्हें काबुल में अपहरण कर लिया गया था, हालांकि बाद में उन्हें अफगान सुरक्षा बलों ने बचा लिया था. सचदेवा के भाई चरण सिंह सचदेवा ने कहा, 'हिंदू-सिख समुदाय के 11 सदस्य रविवार को भारत पहुंचेंगे और इस समूह में मेरा भाई निदान भी वापस आ जाएगा.कोरोना महामारी से बचने के लिए भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार अफगानिस्तान से आ रहे सभी लोगों को 14 दिनों के लिए पृथक किया जाएगा.कथित तौर पर, भारत सरकार ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि वह अफगान हिंदुओं और सिखों को वीजा देगी और भारतीय नागरिकता के अनुरोधों की जांच करेगी.
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