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नौएडा के भूलेख विभाग ने आज भी न केवल अपनी आँखें मूँद रखी हैं बल्कि वह शासन प्रशासन की आँखों में भी धूल झोंकना चाहता है: परविंदर यादव

नोएडा : ग्राम गढ़ी चौखण्डी के खसरा नंबर-70 पर निर्मित श्रीकृष्ण इंटर कालिज की अर्जित भूमि को अर्जनमुक्त करने के लिए नौएडा प्राधिकरण द्वारा अपनी आख्या प्रशासन को भेज दी है।


इस सबके लिए विशेष रूप से माननीय नोएडा विधायक श्री पंकज सिंह जी, क्षेत्र के सभी संघर्षरत किसानों, सभी संगठनों का बहुत-बहुत आभार व नमन। इस संदर्भ में आप सभी का एवं विशेष रूप से मुख्यकार्यपालक अधिकारी महोदया का ध्यान इस तथ्य की ओर आकर्षक करना जरूरी होगा कि नौएडा के भूलेख विभाग की कार्य-प्रणाली हमेशा भेदभाव-पूर्ण तथा संदेहास्पद रही है। नौएडा के भूलेख विभाग द्वारा किये गये जिस सर्वे दिनाँकित 23-06-2006 *(प्रपत्र-16)* के आधार पर आँख मूँद कर लगभग 45 है0 पर निर्मित ग्राम गढ़ी चौखण्डी के किसानों की मूल आबादी का गलत अधिग्रहण किया गया था,


उसमें से केवल खसरा नंबर-70 की भूमि को अर्जनमुक्त करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजना न्यायोचित नहीं कहा जा सकता। नौएडा के भूलेख विभाग ने आज भी न केवल अपनी आँखें मूँद रखी हैं बल्कि वह शासन प्रशासन की आँखों में भी धूल झोंकना चाहता है। ग्राम गढ़ी चौखण्डी का श्रीकृष्ण इंटर कालिज खसरा संख्या 70 व 71 की संपूर्ण भूमि पर तथा खसरा संख्या 72, 73 व 74 की कुछ-कुछ भूमि पर (आंशिक भाग पर) बनाया गया है। नौएडा के भूलेख विभाग द्वारा श्रीकृष्ण इंटर कालिज की अर्जित भूमि को अर्जनमुक्त करने के नाम पर केवल खसरा नंबर 70 की भूमि को अर्जन-मुक्त करने का प्रस्ताव औचित्य पूर्ण नहीं है। उपरोक्त के आलोक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया को यह देखना चाहिए कि भूलेख विभाग के सम्बन्धित अधिकारी किन कारणों से मौके के तथ्यों के विपरीत रिपोर्ट लगा रहे हैं, गलत रिपोर्ट लगाने में उनका क्या स्वार्थ है? आशा की जानी चाहिए कि नौएडा की तेजतर्रार व कर्मठ मुख्यकार्यपालक अधिकारी महोदया, नौएडा के भूलेख विभाग की लगातार बढ़ती हुई अकर्मण्यता, भेदभाव व गलत रिपोर्टिंग की तरफ अवश्य ही ध्यान देंगी। रतनपाल सिंह यादव-अध्यक्ष, जनहित समिति।


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