Hot Posts

6/recent/ticker-posts

रेलवे का निजीकरण नहीं किया जा रहा, बल्कि इससे रोजगार बढ़ेगा : पीयूष गोयल  

नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को रेलवे के निजीकरण की बहस को खत्म करते हुए कहा कि रेलवे का निजीकरण नहीं किया जा रहा है। निजी ट्रेन का मौजूदा परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन इससे रोजगार बढ़ेगा। रेल मंत्रालय ने हाल ही में अप्रैल 2023 तक देश में निजी ट्रेन परिचालन शुरू करने की घोषणा की थी।


रेलवे अपने 151 रेलमार्गों में से 109 को निजी ऑपरेटरों को उपलब्ध कराएगा। रेलवे का दावा है कि निजी ट्रेनों के आने के बाद सभी यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलना शुरू हो जाएगा। तब से, रेलवे के निजीकरण की चर्चा चल रही है।


 


 रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को ट्वीट किया कि रेलवे का किसी भी तरह से निजीकरण नहीं किया जा रहा है, वर्तमान में चल रही रेलवे की सभी सेवाएं उसी तरह से चलेंगी। उन्होंने कहा कि निजी भागीदारी के साथ 109 मार्गों पर 151 अतिरिक्त आधुनिक ट्रेनें चलाई जाएंगी। जिसका रेलवे की ट्रेनों पर कोई असर नहीं होगा, लेकिन ट्रेनों में रोजगार पैदा होगा। गोयल ने कहा कि आधुनिक सुविधाओं वाली 151 नई ट्रेनें रेलवे की वर्तमान में चल रही सेवाओं में बिना किसी बदलाव के निजी भागीदारी से चलाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि ये ट्रेनें रेलवे का निजीकरण नहीं करेंगी, लेकिन इस भागीदारी से आधुनिक सुविधाओं, सुरक्षा सहित सीटों की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे यात्रियों को लाभ होगा।


 


 रेल मंत्रालय के अनुसार, रेलवे ने यात्री ट्रेन सेवाओं के संचालन में निजी भागीदारी के लिए RFQ को आमंत्रित किया है। 109 रूट पर 151 आधुनिक ट्रेनें चलेंगी। इससे रोजगार सृजन में तेजी आएगी और आर्थिक विकास बढ़ेगा। वर्तमान में ट्रेनों और टिकटों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और आधुनिक तकनीक द्वारा संरचनात्मक सुधार होंगे। इन आधुनिक ट्रेनों में विश्व स्तरीय सुविधाएं होंगी। इन ट्रेनों के आने से परिवहन में लगने वाला समय कम होगा और सुरक्षा भी बढ़ेगी।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ