दिल्ली : श्रीगुरु पूर्णिमा 5 जुलाई को है। श्री शिव मंदिर बी ब्लॉक पटेलनगर सेकंड के महन्त विजय गिरी जी महाराज ने बताया कि। वैश्विक महामारी करोना को देखते हुए, "गुरु पूर्णिमा महोत्सव" सार्वजनिक रूप से नहीं मनाने का निर्णय लिया है।
मंदिर के अंदर कोई भी फंक्शन या भंडारा नहीं किया जाएगा। आने वाले भक्त गुरु पूजा दूर से ही करेंगे। और आशीर्वाद लेंगे। इस विषम परिस्थिति में हम एक दूसरे से दूरी बनाए रखें।माता-पिता हमें जन्म देते हैं। लेकिन किसी को उनसे बड़ा माना जाता है। तो वह है। "गुरु" गुरु की महिमा कितनी आदित्य है।गुरु का संसार में सबसे बड़ा स्थान माना जाता है।क्योंकि गुरु वही है। जो हमारे जीवन में सिखाता है। कि भगवान है।इसलिए यदि आप अपने सभी दुखों से मुक्त होकर के।अच्छे मार्ग पर चलना चाहते हैं। तो आपको जीवन में गुरु बनाना होगा। एक दिव्य शक्ति लगातार हमें कभी भी मुसीबत में नहीं आने आने देती वह है। "गुरु कृपा"। हमेशा हमारा मार्गदर्शन करा के जीवन के उतार-चढ़ाव में हर समय हर मुसिबित से बाहर निकलते है। "गुरु" दो अक्षर का शब्द है जिसका अर्थ है "गुरु"
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