संसद सत्र में प्रश्नकाल खत्म करने के प्रस्ताव पर भड़का विपक्ष, मनाने में जुटी सरकार
दिल्लीी: साभार : कोरोना महामारी के चलते माना जा रहा है कि इस बार मानसून सत्र में संसद के दोनों सदनों में सत्र के दौरान प्रश्नकाल या शून्य काल नहीं होगा, साथ ही प्राइवेट मेंबर बिल को लेकर भी अनिश्चितता का माहौल था। लेकिन इस आशंका के बीच विपक्ष के नेताओं ने इसको लेकर मोर्चा खोल दिया। विपक्ष के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस बाबत लोकसभा और राज्यसभा दोनों के पीठासीन अधिकारियों को पत्र लिखा और इस प्रस्ताव को लेकर अपना विरोध जताया। जिसके बाद सरकार विपक्ष के आगे अपना फैसला बदलने को मजबूर दिखाई दे रही है। सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के नेताओं से संपर्क किया है और इस मसले पर बात की है। माना जा रहा है कि विपक्ष के नेताओं के विरोध के चलते सरकार अपने फैसले से पीछे हट सकती है।
विपक्ष को दिलाया भरोसा
सूत्रों के अनुसार सरकार शून्य काल की अनुमति दे सकती है। विपक्ष के भारी विरोध के बीच राजनाथ सिंह ने कुछ विपक्ष के नेताओं से बात की है और उन्हें इस बात का भरोसा दिलाया है कि वह शुन्य काल को अनुमति दे सकती है, जिसमे सांसद अ्हम मसलों को उठाते हैं। बता दें कि राजनाथ सिंह लोकसभा के डेप्युटी लीडर भी हैं।
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