ग़ाज़ियाबाद: अक्टूबर को एयरफोर्स डे मनाया जाता है। वायुसेना ने इस बार अपनी 88 वी वर्षगांठ मनाई। वर्षगांठ पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस में एयरफोर्स डे मनाया गया है। एयरफोर्स डे के मौके पर एयरबेस पर वायुसेना के सैनिकों द्वारा परेड कराई गई, साथ ही वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने अपने करतब दिखाये।
लड़ाई हो या कोई आपदा हर स्तिथि में वायुसेना की अहम भूमिका होती है। वायुसेना युद्ध में लोगों की रक्षा के साथ आपदा में उनकी जान भी बचाती है। 8 अक्टूबर के दिन एयरफोर्स डे मनाया गया। जिसमें वायुसेना ने अपना पराक्रम दिखाया है। हर वर्ष वायु सेना का स्थापना दिवस गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर मनाया जाता है।
इस बार भी हिंडन एयरफोर्स में बड़े जलवे के साथ वायुसेना ने अपना पराक्रम दिखाया। इस बार भारतीय वायु सेना के वायुवीर नीले आसमान पर अपना सफेद जलवा बखेरा है।
बता दे कि आठ अक्टूबर को होने वाले वायुसेना दिवस पर तीनों सेनाओं के प्रमुख, व मुख्य अतिथि वायु सेनाध्यक्ष आरकेएस भदौरिया रहे। इनके साथ ही वायु सेना के तमाम उच्चाधिकारियों के साथ ही थल सेनाध्यक्ष, नौ सेनाध्यक्ष, विभिन्न देशों के राजदूत भी भारतीय वायु सेना का पराक्रम देखने के लिए मौजूद रहेंगे। इस बार लड़ाकू विमान राफेल सभी का आकर्षण का केंद्र रहेगा।
इसके साथ ही तेजस, चिनूक हैलीकाप्टर, ग्लोब मास्टर भी लोगों का ध्यान अपनी तरफ खिंचे रखा। सूर्य किरण एवं सारंग टीम भी रोमांचित करने के लिए मौजूद रही। कोरोना के खतरे को देखते हुए उनके लिए भी शारीरिक दूरी के मानकों के अनुरूप ही इंतजाम किए गए।
हर बार 17 हजार लोग समारोह को देखते थे जबकि इस पर सिर्फ तीन हजार वीआइपी, वायुसेना जवानों के परिवार ही रिहर्सल देख सकें। देश मे बड़ी तेजी से फेल रहा कारोना संक्रमण को देखते हुए इस बार आम लोगों का प्रवेश सीमित है। एयरफ़ोर्स पर भी शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है।
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