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पीयूष गोयल ने कृषि सुधारों को देश के किसानों के लिए बड़ा परिवर्तनकारी आंदोलन कहा

दिल्ली : केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कृषि सुधारों को देश के किसानों के लिए एक बड़ा परिवर्तनकारी आंदोलन कहा है। तेलंगाना चैंबर्स उद्योग एवं वाणिज्य परिसंघ के कार्यक्रम “नया विश्व - आत्मनिर्भर भारत” को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह सुधार भारत के कृषि के इतिहास को बदल देंगे। इससे किसानों की उत्पादकता और आय में बढ़ोत्तरी होगी। इन सुधारों के चलते कृषि क्षेत्र को बड़े पैमाने पर सहभागिता के लिए खोला गया है, जिससे निजी क्षेत्र भी इसमें सहभागी बनेगा और किसानों के लिए सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि हमारे किसानों के पास न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडियों में अपने उत्पाद बेचने का विकल्प खुला रहेगा।


आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे वैश्विक साझेदारी हेतु भारत के दरवाजे और बड़े पैमाने पर खुलेंगे। इससे विश्व के अन्य हिस्सों में इस्तेमाल की जा रही आधुनिक तकनीकी हमारे देश आएगी और हम भारत में बेहतर सेवाएं उपलब्ध करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हम और बेहतर तकनीकी का इस्तेमाल करेंगे। आत्मनिर्भर भारत और लोकल फॉर वोकल भविष्य में हमारी योजनाओं को मजबूत करेंगे। भारत को एक ऐसी अर्थव्यवस्था बनाना है जहां गुणवत्तापूर्ण उत्पादन हो, इससे हम अपने देश को आत्मनिर्भर बना सकेंगे।


श्री गोयल ने देश के उद्योगपतियों और व्यवसायियों से आगे आने और भारतीय अर्थव्यवस्था के रूपांतरण में मदद करने का आह्वान किया ताकि यह दुनिया में ऊर्जावान, युवा और सशक्त वैश्विक अर्थव्यवस्था बन सके और भारत को वह स्थान प्राप्त हो जिसका यह असली हकदार है। उन्होंने कहा कि आइये हम सब भारत को एक ऐसे देश के रूप में विकसित करें जिसे दुनिया भरोसेमंद और विश्वसनीय साझेदार के रूप में देख सके। हमें टिकाऊ बुनियादी ढांचा और नए रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए अपने प्रयास तेज़ करने होंगे ताकि भारत उन क्षेत्रों में विश्व का अगुआ बन सके जिन क्षेत्रों में भारत के पास प्रतिस्पर्धात्मक योग्यता है।


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार, राज्य सरकारों और स्थानीय एजेंसियों के साथ साझेदारी कर भारत की क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हम व्यवसाय करने की वर्तमान व्यवस्था के मुकाबले वास्तविक रूप में एकल खिड़की की व्यवस्था को मूर्त रूप देने के लिए काम कर रहे हैं जिससे घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय नवउद्यमियों को हमारे देश में व्यवसाय शुरू करने में सहूलियत हो। उन्होंने कहा कि सरकार के विभिन्न प्रयासों के चलते हम निश्चित रूप से इस महामारी से लड़ने में सफल होंगे और सबका साथ-सबका विकास के मंत्र को सफल कर पाएंगे तथा देश के लोगों का विश्वास (सबका विश्वास) जीत पाएंगे।


श्री गोयल ने महामारी के चलते उपजी कठिनाइयों को दूर करने के लिए टिकाऊ, सामूहिक ऊर्जा के प्रयास और प्रक्रियाओं की पुनः अभियांत्रिकरण पर ज़ोर देना होगा। भारतीय रेलवे के प्रयासों को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि सितंबर महीने के 29 दिनों में हमने पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा मालवाहन किया गया। 29 सितंबर, 2020 को सामान भारतीय रेल ने 29 सितंबर, 2019 की तुलना में 33 प्रतिशत अधिक मालवाहन किया। माल गाड़ियां अब पहले की तुलना में दोगुनी गति से दौड़ रही हैं। यात्री रेलगाड़ियों के साथ-साथ माल गाड़ियों के परिचालन को भी बेहतर किया जा रहा है। अब हम अपनी हर समय सारणी को लिपिबद्ध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे परिवार बीते वर्ष की तुलना में अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए लगातार काम कर रहा है। श्री गोयल ने कहा कि भारत पीपीपी किट,टेस्टिंग किट और वेंटिलेटर का उत्पादन कोविड-19 महामारी की शुरुआत में नहीं कर रहा था, लेकिन हमारा उद्योग जगत आगे आया और इस महामारी को एक अवसर के रूप में लेते हुए उत्पादन को बढ़ाते हुए भारत को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाया बल्कि अब हम इन उत्पादों का निर्यात भी कर रहे हैं।


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