ग्रेटर नोएडा वेस्ट दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रह लागू किया गया है जिसके तहत मल्टीस्टोरी सोसायटीओं में जनरेटर ना चलाने का आदेश है ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगभग 100 से ज्यादा सोसाइटी अभी हैं जिसमें लाखों निवासी निवास करते हैं एनजीटी के आदेश के बाद उन सोसाइटी में रह रहे निवासियों को अच्छी खासी दिक्कत होना लाजमी है
आज फ्लैट ओनर्स की संस्था नेफोमा ने ग्रेप के नियमों में बदलाव की मांग के लिए प्रदर्शन किया जिसमें पाल्म ओलंपिया, एग्जॉटिका वेदांतम सोसायटी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण एनजीटी और सरकार को करोडों सोसाइटी निवासियों के बारे में सोचना चाहिए इस समय कोरोना कोविड-19 चल रहा है सोसाइटी में रहने वाले अधिकतर निवासियों का वर्क टू होम चल रहा है, बच्चे ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं दिन में पावर कट कई बार होता है अगर सोसाइटी में जनरेटर से पावर बैकअप नहीं मिलेगा तो आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाएगा, सरकार को पहले विकल्प तलाशना चाहिए था
पाल्म ओलंपिया एओए अध्यक्ष रवि तिवारी ने बताया कि सरकार ने जल्दबाजी में फैसला लिया है जिसका परिणाम सोसाइटी ने वासियों को भुगतना पड़ेगा, बच्चों, सीनियर सिटीजन और घर का खर्च चलाने वाले सभी पर इस आदेश का प्रभाव पड़ेगा
एग्जॉटिका सोसायटी के महासचिव गणेश सिंह ने बताया कि ज्यादातर प्रदूषण पराली जलाने से और बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां जो प्रदूषण फैलाती हैं उनसे हो रहा है अगर सरकार उन पर नियंत्रण करें तो दिल्ली एनसीआर में कभी प्रदूषण ना हो क्योंकि हर बार इन्हीं महीनों में प्रदूषण का ग्राफ बढ़ जाता है
प्रदर्शन में वेदांतम सोसाइटी से कन्हैया वर्मा, सुमन वर्मा, मनीष, एग्जॉटिका सोसाइटी से गणेश सिंह, राकेश झा, पाल्म ओलंपिया सोसाइटी से रवि तिवारी, गुप्ता जी आदि सदस्यों ने भाग लिया । इस अवसर पर कोविड-19 गाइडलाइन का हुआ उल्लंघन सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई धज्जियां क्या भारत में कोरोना संक्रमण खत्म हो गया हैl
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