दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग के 5 लोगों को पकड़ा है जो मुसाफिरों के साथ घुल-मिलकर उन्हें बस या ट्रेन का टिकट दिलाने के बहाने उनके साथ ठगी करते थे. उत्तरी पश्चिमी दिल्ली की डीसीपी विजयन्ता आर्या के मुताबिक 6 अक्टूबर को संजय नाम के एक शख्स ने शिकायत की कि वो सोनीपत से बाराबंकी अपने बेटे के साथ घर जा रहा था. इसी बीच सिंधु बॉर्डर पर उतरकर वो ई रिक्शे पर बैठ गया. ई रिक्शे पर बैग लिए 4 और लोग बैठ गए. उन्होंने बताया कि वो भी लखनऊ जा रहे हैं. बातों बातों में उन्होंने संजय और उसके बेटे से दोस्ती कर ली.
फिर ठगों ने कहा कि बस का टिकट जहांगीरपुरी से एक ट्रेवल एजेंट से ले लेते हैं जो उनका जानकार है. संजय उनके झांसे में आ गए और जहांगीरपुरी पहुंचकर अपना एटीएम कार्ड एक पांचवें शख्स को सौंप दिया जो ट्रेवल एजेंट बनकर आया था. उसे पिन नंबर भी बता दिया और अपने बेटे को साथ भेज दिया.
बाद में उनके मोबाइल पर 9 मैसेज आए और पता चला कि उनके अकाउंट से 68 हजार रुपये निकल गए हैं. बेटे ने बताया कि जो शख्स खुद को ट्रेवल एजेंट बता रहा था वो भाग गया.
इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो आरोपियों के सुराग मिल गए. इसके बाद पता चला कि सभी आरोपी 10 अक्टूबर को हैदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास इकठ्ठा हुए हैं. पुलिस ने जाल बिछाकर सभी को पकड़ लिया. इनके पास से भारी मात्रा में यात्रियों से छीना गया सामान भी बरामद हुआ है. आरोपियों के नाम संजय यादव, लाल बाबू साहनी, संतोष कुमार, राकेश मंडल और राजीव मंडल है. ये लोग कई बार टीटीई बनकर भी लोगों को ठगते थे. उस गैंग के पकड़े जाने से 27 से ज्यादा वारदात का खुलासा हुआ है!
0 टिप्पणियाँ