गाजियाबाद: मन्यवर जब लोहा मंडी खुल सकती है तो यूपी बॉर्डर क्यों नहीं?
यूपी बॉर्डर बंद होने से 3 किलोमीटर के एरिया में 1 लाख परिवार बेरोजगारी से जूझ रहे है
ट्रांसपोर्ट बंद होने से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े हुए अनेकों कारोबार भी बंद है लोडिंग अनलोडिंग करने वाले चौधरी पल्लेदार सब बेरोजगार हैं टायर वाले ढाबे वाले मिस्त्री बॉडी वाले स्पेयर पार्ट्स वाले पंचर लगाने वाले परचून वाले और छोटा-मोटा कारोबार करने वाले सभी व्यवसाय बंद हैं जबकि यूपी बॉर्डर रेजिडेंशियल एरिया भी नहीं है फिर भी यूपी बॉर्डर को बंद करना अन्याय है प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए लॉकडाउन के चलते आज लंबा समय हो गया रोज कमाने वाले रोज खाने वाले ठेली पटरी वाले सभी लोगों की रोटी रोजी बंद हो चुकी है
इसलिए जिलाधिकारी महोदय बॉर्डर के लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं क्या प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं क्यों नहीं रोजगार मिले परिवार जिंदगी जी सकें अगर आप लोहा मंडी खोल सकते हैं तो यूपी बॉर्डर क्यों नहीं
यूपी बॉर्डर बंद होने की वजह से सरकार को भी नुकसान पहुंच रहा है
यूपी बॉर्डर ट्रांसपोर्ट एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन आपसे मांग करती है यूपी बॉर्डर खोलने पर एक बार विचार किया जाए
सरदार मंजीत सिंह अध्यक्ष यूपी बॉर्डर ट्रांसपोर्टर एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन
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