गाजियाबाद : जाने-माने उद्यमी, नगर निगम गाजियाबाद के पार्षद रहे निर्मल सिंह नामधारी, अल्मोड़ा उत्तराखण्ड के स्थानीय सांसद एवं पूर्व गृहमंत्री उत्तराखंड से मिलकर अल्मोड़ा स्थित जर्जर गुरुद्वारे को सिख संगत को देने की मांग की, भारतीय जनता पार्टी के सांसद अजय टम्टा ने इस पुनीत कार्य को करने का दिया आश्वासन ----
साहिबाबाद के जाने माने प्रमुख उद्यमी एवं नामधारी सिख समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति निर्मल सिंह नामधारी पूर्व निगम पार्षद, पूर्व चेयरमैन ने अजय टम्टा सांसद को मिलकर बताया कि अल्मोड़ा में 500 साल पुराना गुरुद्वारा है| धार्मिक दृष्टि से यह गुरुद्वारा बहुत ही महत्त्वपूर्ण सिख समाज की आस्था का प्रतीक है| जब गुरु नानकदेव जी महाराज पौडी-गढ़वाल गए थे तब अल्मोड़ा के चाँद वंश के राजा ने उन्हें आमंत्रित किया कि आप अल्मोड़ा आकर हमें कृतार्थ करे लेकिन गुरु नानक देव महाराज जी ने कहा कि जब तक आप के राज्य में नर बलि बंद नहीं होगी तब तक वहाँ नहीं आऊँगा, राजा ने उनकी यह शर्त स्वीकार कर नर बलि बंद करवा दी, उसके बाद ही गुरु नानकदेव जी महाराज जी अल्मोड़ा गए तथा इस गुरुद्वारा का निर्माण हुआ|
आज इस गुरुद्वारे की हालत चिंताजनक है, करोड़ो सिख भाइयों की आस्था पर चोट है | यह गुरुद्वारा उपेक्षित तथा कुछ स्थानीय लोगों के कब्जे में है इसलिए हम तथा सिख संगत मांग करती है, कि ऐतिहासिक एवं महत्त्वपूर्ण गुरुद्वारे को सिख संगत को दे दिया जाय, जो सरकारी मूल्य निर्धारित होगा संगत भुगतान के लिए तैयार है| संगत इस गुरुद्वारे का जीर्णोद्धार कर इसे पर्यटक-स्थल की तरह विकसित करेगी जिससे सिख धर्म में आस्था रखने वाले लोग तीर्थ स्थल समझ दर्शन करने आएंगे, उत्तराखंड सरकार को भी राजस्व का लाभ होगा तथा स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर भी मिलेगा| इसलिए इस गुरुद्वारे को सिख संगत को देने की व्यवस्था की जाय, इसका मूल्य सिख संगत भुगतान करेगी, इस सम्बंध में निर्मल सिंह नामधारी, अजय भट्ट केंद्र में राज्यमंत्री रक्षा और पर्यटन से मिल चुके हैं, उन्हे भी सारी जानकारी दे दी है, उन्होने आश्वासन भी दे दिया, कि अतिशीघ्र अवलोकन कर उचित कार्यवाही करेंगें| इससे नया पर्यटन केन्द्र विकसित होगा| पहले से ही उत्तराखंड में सिख तीर्थ धाम श्री हेमकुंठ साहिब, नानमता साहिब और रीठा साहिब में आस्थावान भारी संख्या में दर्शनार्थ आते हैं|
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