गाजियाबाद : माँ का रूप है कितना भाव है तन मन और जीवन हो गया पागल मां के कदमों की आड़ से गूंज उठा मेरे विद्यालय का आंगन।
सरस्वती शिशु मंदिर साहिबाबाद में आज मां भगवती के तीन रूप मां चंद्रघंटा, मां कुष्मांडा और मां स्कंदमाता का मंचन किया गया। इस कार्यक्रम शुभारंभ मां सरस्वती की पूजा-अर्चना से किया गया। आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हमारे विद्यालय के व्यवस्थापक श्रीमान वीरेंद्र जी की धर्मपत्नी श्रीमती रेनू शर्मा जी, जो हमारे विद्यालय की कार्यकारिणी की सदस्य भी है। आज मां भगवती के तृतीय रूप माँ चंद्रघंटा को प्रथम कक्षा के भैया-बहनों ने प्रदर्शित किया। द्वितीय कक्षा के भैया-बहनों ने मां कुष्मांडा का परिचय दिया तथा तृतीय कक्षा के भैया बहनों ने स्कंदमाता के द्वारा महिषासुर वध का मंचन किया। चंद्रघंटा का आगमन, मां कुष्मांडा का ज्योतिपुंज और स्कंदमाता के पुत्र कार्तिकेय के द्वारा महिषासुर का वध मंच पर आकर्षण का केंद्र रहा। विद्यालय की मीडिया प्रभारी सरोज जी ने बताया की कार्यक्रमो की प्रस्तुति साथी जी, संगीता जी, मीना सिंह जी, शिल्पी अग्रवाल जी ,पवन जी, प्रेमलता जी तथा शानू गुप्ता जी के द्वारा दी गई। इतनी सुंदर प्रस्तुतियों को देखकर सभी का मन प्रसन्नता से झूम उठा । सभी माता की आरती के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती शीतल सिंघल जी ने आए हुये सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।
0 टिप्पणियाँ