गाज़ियाबाद: भाजपा विधायक भाई और पूर्व कैबिनेट मंत्री दे रहे हत्यारोपी को संरक्षण। सिहानी गेट थाना क्षेत्र के लोहियानगर में बीते साल 9 अक्टूबर को मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजितपाल त्यागी के मामा नरेश त्यागी की हत्या के मामले में फरार चल रहे विधायक के भाई गिरीश त्यागी पर हत्या कराने का आरोप लगाया है। गाजियाबाद। भाजपा विधायक पर सगे ममेरे भाई ने गंभीर आरोप लगाए है। ममेरे भाई हत्या के मुख्य आरोपी को बचाने का विधायक अजीतपाल त्यागी पर आरोप लगाया है। सिहानी गेट थाना क्षेत्र के लोहियानगर में बीते साल 9 अक्टूबर को मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजितपाल त्यागी के मामा नरेश त्यागी की हत्या के मामले में फरार चल रहे विधायक के भाई गिरीश त्यागी पर हत्या कराने का आरोप लगाया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि
हत्याकांड में आरोपित जितेंद्र त्यागी जमानत पर रिहा
मंगलवार को नवयुग मार्केट स्थित रेस्टोरेंट में नरेश त्यागी के बेटे अभिषेक त्यागी ने विधायक के बड़े भाई आरोपित गिरीश त्यागी की गिरफ्तारी नहीं होने पर सीबीआई जांच की मांग की। राजनीतिक हस्तक्षेप और संरक्षण का आरोप लगाते हुए कहा कि गिरीश त्यागी के विधायक भाई और पूर्व कैबिनेट मंत्री पिता राजपाल त्यागी के दबाव के कारण पुलिस इस मामले में गिरफ्तारी नहीं कर रही है। जबकि कुर्की की धारा-82 की कार्रवाई भी अब की गई। इस हत्याकांड में आरोपित जितेंद्र त्यागी कुछ दिन पहले ही जमानत पर जेल से रिहा हो गया है।
भाजपा विधायक एवं पूर्व केबिनेट मंत्री के दबाव में पुलिस नही कर रही गिरफ्तार
अभिषेक त्यागी ने अपनी और परिवार की जान को खतरा बताया। अभिषेक त्यागी ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी के दबाव के कारण हत्याकांड के एक साल बाद भी पुलिस गिरीश त्यागी को गिरफ्तार नहीं कर पाई। इस मामले में पुलिस ने कुर्की की कारर्वाई के बिना ही गिरीश त्यागी को फरार घोषित कर दिया है। पुलिस ने मार्च 2021 में गिरीश त्यागी के खिलाफ सीआरपीसी की धारा-82 के तहत आदेश प्राप्त किए थे, जिनकी तामील 6 महीने बाद की गई। इस दौरान गिरीश त्यागी के घर नोटिस चस्पा किया गया और ना ही मुनादी और कुर्की की कारर्वाई की गई
विधायक अजितपाल त्यागी ने भाभी को लड़वाया पंचायत चुनाव
अभिषेक त्यागी ने कहा कि वह कई बार पुलिस, प्रशासन और शासन से भी गिरीश त्यागी की गिरफ्तारी की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई कारर्वाई नहीं हो रही। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी ट्वीट किया था, जिसका जवाब तक नहीं आया। गिरीश त्यागी को उनके विधायक भाई का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। विधायक अजितपाल त्यागी ने अपनी भाभी को पंचायत चुनाव लड़वाया था। इस दौरान ही उनके आवास से सुरक्षा हटा ली गई, जिसके कारण उन्हें परिवार समेत लोहियानगर से अपना घर छोडऩा पड़ा। पुलिस ने हत्यारोपित गिरीश त्यागी का असलाह का लाइसेंस भी निरस्त नहीं कराया है। अभिषेक त्यागी ने कहा कि मामले का आरोपित जितेंद्र त्यागी जमानत पर रिहा हो चुका है और गिरीश त्यागी के संपर्क में है। दोनों मिलकर एक बार फिर से किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि विधायक अजितपाल त्यागी और पूर्व मंत्री राजपाल त्यागी दोनों का बार एसोसिएशन में पंजीकरण है, जिसके चलते दोनों मुकदमे को भी प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में इस प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई।
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