एंबुलेंस का इंतजार ना कर खुद मोटरसाइकिल से मेडिकल कॉलेज तक पहुंचाया, बच्चे की जान ना बचने के बावजूद परिजनों ने की पुलिस कांस्टेबल की सराहना
शाहजहांपुर/ सोशल मीडिया : थाना रोजा क्षेत्र के चकभिठारा गांव के सामने 27 नवंबर को शाम 4:00 बजे महेश पाल के 9 वर्षीय पुत्र पीयूष का हाईवे पर एक चार पहिया वाहन की टक्कर लगने के कारण एक्सीडेंट हो गया था राहगीरों ने वरतारा में ड्यूटी पर तैनात थाना रोजा के पुलिस कांस्टेबल आजाद को फोन पर सूचना दी बताया एक छोटे बच्चे का यहां पर एक्सीडेंट हो गया है पुलिस कर्मचारी आजाद अपने एक साथी के साथ मोटरसाइकिल से भागता हुआ घटनास्थल पर पहुंचा और एंबुलेंस का इंतजार ना कर स्वयं अपनी मोटरसाइकिल से एक ग्रामीण को पीछे बिठाकर बच्चे को लेकर बरेली मोड़ मेडिकल कॉलेज जा पहुंचा चश्मदीद बताते हैं कि वैसे बच्चे की मौत मौके पर ही हो चुकी थी लेकिन शरीर गर्म था बच्चे का प्यार पुलिस कर्मचारी के दिल में उमड़ रहा था पुलिस कर्मचारी से रुका नहीं गया और वहां अपनी जान जोखिम में डालकर बड़ी तेजी से उस बच्चे को लेकर मेडिकल कॉलेज भागा अफसोस जब वह मेडिकल कॉलेज पहुंचा तो डॉक्टरों ने उस बच्चे को मृत घोषित कर दिया फिलहाल बच्चे के परिवार वाले बच्चे के ना बचने बावजूद इस पुलिस कर्मचारी की सराहना कर रहे हैं
ऐसे ही हो सभी पुलिस कर्मचारी तो हाईवे पर हो रहे एक्सीडेंटों में तमाम की बच सकतीं हैं जानें
मृतक बच्चे के पिता महेश पाल ने बताया की पुलिस कर्मचारी आजाद ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है अपने बच्चे की तरह बड़ी तेजी से मेरे एक्सीडेंटल बच्चे को मेडिकल कॉलेज तक पहुंचाया जबकि रोजा से हरदोई बाईपास तक भयंकर जाम लगा हुआ था वह अलग बात है मेरे नसीब में नहीं था इसलिए मेरा बच्चा नहीं बच सका लेकिन पुलिस कर्मचारी की जितनी तारीफ की जाए कम है आज के समय में एक्सीडेंटल व्यक्ति को ले जाना तो दूर छूना भी लोग पसंद नहीं करते हैं अधिक से अधिक एंबुलेंस को फोन कर उसे पहुंचाने का कार्य करते हैं तब तक काफी देर हो चुकी होती है मृतक बच्चे के पिता महेश पाल ने पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर से ऐसे पुलिस कर्मचारियों को सम्मानित किए जाने की मांग की है
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