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गाजियाबाद विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी मंत्री अतुल गर्ग से सीधी टक्कर कांग्रेस प्रत्याशी सुशांत गोयल की

गाजियाबाद विधानसभा 2022 का चुनाव अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है इस विधानसभा में लगभग 422000 मतदाता निवास करते हैं इस सीट पर ब्राह्मण समुदाय के 53856 मतदाता निवास करते हैं वही वैश्य समाज के 35 672 मतदाता निवास करते हैं दलित समुदाय के मतदाता 76573 हजार मतदाता निवास करते हैं वही मुस्लिम समुदाय के 33555 ठाकुर समुदाय के 25566 यादव समुदाय के 11743 पंजाबी समाज के मतदाता 12421 मतदाता निवास करते हैं 


वही ओबीसी समाज के 43786 मतदाता निवास करते हैं इस सीट पर 2017 में भाजपा प्रत्याशी मंत्री अतुल गर्ग बसपा प्रत्याशी स्वर्गीय सुरेश बंसल को हराकर विधानसभा पहुंचे थे अब इस सीट पर चुनाव बड़ा दिलचस्प मोड़ पर आ गया है जोकी सपा गठबंधन प्रत्याशी एडवोकेट विशाल वर्मा जाटव को टिकट दिया लेकिन विशाल वर्मा जाटव इस चुनाव को हल्के में ले कर चुनाव प्रचार करते रहे और वह किसी चमत्कार के भरोसे अपना चुनाव लड़ रहे हैं शहर सीट पर बसपा पार्टी ने भाजपा से गए के के शुक्ला को टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाया है इस सीट पर दलित समुदाय के क्षेत्र 76573 मतदाता निवास करते हैं 


उनको साधने में कहीं ना कहीं वह नाकाम रहे हैं क्योंकि बसपा की वोट साइलेंट रहती हैं जिसका प्रत्याशी के के शुक्ला को इस मतदान में उनका सहयोग मिल सकता है क्योंकि भाजपा माइंड व्यक्ति से बसपा समुदाय के लोग जल्दी से घुल-मिल नहीं पाते जिनका नुकसान इस चुनाव में देखने को मिलेगा वहीं कांग्रेस प्रत्याशी सुशांत गोयल किसी राजनीतिक अनुभव के बिन ही चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन स्वर्गीय सुरेंद्र प्रकाश गोयल राजनीति के गुरु कहे जाते हैं उनका आशीर्वाद के रूप में सुशांत गोयल को काफी क्षेत्रीय जनता का सहयोग मिल रहा है और स्वर्गीय सुरेंद्र प्रकाश गोयल के मित्रों के द्वारा सुशांत गोयल को चुनाव लड़ वाया जा रहा है जिससे उनको राजनैतिक अनुभव के साथ-साथ अपने पिता के मित्रों का भी आशीर्वाद मिल रहा है जिससे क्षेत्र की जनता पर उनका काफी प्रभाव पड़ा है और इस चुनाव में वह भाजपा प्रत्याशी मंत्री अतुल गर्ग को टक्कर देने में कामयाब हो सकते हैं क्योंकि मुस्लिम मतदाताओं का जुड़ाव स्वर्गीय सुरेंद्र प्रकाश गोयल के साथ बहुत लंबे समय से था उसका सीधा फायदा सुशांत गोयल को मिल रहा है क्योंकि एंटी भाजपा सारी मतों को साधने में सफल हो सकते हैं लिहाजा इस 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मंत्री अतुल गर्ग को कड़ा मुकाबले का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इस चुनाव में करोना से प्रभावित लोगों का भी गुस्सा भाजपा सरकार के प्रति है और किसानों का भी गुस्साए सरकार के प्रति है इसका सीधा फायदा कांग्रेस प्रत्याशी सुशांत गोयल को हो सकता है यदि जनता ने उन पर भरोसा जताया तो वह इस चुनाव को बुजुर्गों के आशीर्वाद से चुनाव जीतने में सफल हो सकते

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