गाजियाबाद : आज 8 मार्च 2022 को समूचा विश्व अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बड़ी धूमधाम से मना रहा है और भारत में सभी महिलाएं अपने अपने स्तर से महिला दिवस मना रहे हैं फेसबुक इंस्टाग्राम व्हाट्सएप के जरिए यह बता रही हैं कि हम इस आजाद देश में कितने आजाद हैं और फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम के अकाउंट पर लगी फोटो पर सैकड़ों हजारों की तादात में लाइक शेयर और कमेंट प्राप्त हो रहे हैं
इससे महिलाएं बड़े खुश नजर आ रहे हैं आज हम ऐसे परिवार की बात करने जा रहे हैं जो छत्तीसगढ़ से आकर दिल्ली पटेल नगर के इलाके में रहता है संजय अपनी मां तथा 2 बहिनों के संग शहीद नगर नाले के सामने लगभग 6, 7 फीट ऊंची रस्सी बांधकर लगभग 12,वर्षीय अपनी बहन को ऊंची रस्सी पर चला रहा है और जनता को करतब दिखाकर अपने दो वक्त की रोटी के लिए बहन की जान दाव पर लगा रहा है और उसकी बहन अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए मजबूरी बस अपनी जान को जोखिम में डालकर रस्सी पर झूल रही है जहां भारत सरकार महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए खजाने का मुंह खोल रही है वही नारी रस्सी पर चलकर अपनी व्यथा बोल रही है उनके हाथों में किताब नहीं है सामाजिक विषमता का दंश झेल रही है सरकारों के दावों की पोल खोल रही है हजारों एनजीओ के हाथों में है महिला बाल उत्थान को करने का आव्हान फिर भी इस 21 वी सदी में दूर है महिला बाल उत्थान है बड़ी विडंबना इस ओर, बड़े-बड़े दावे करने का है शोर यदि सरकार के नुमाइंदों में है थोड़ी शर्म बाकी तो दे दो इनको उनका अधिकार यदि नारी चेत गई तो डगमग आएगा तुम्हारा सिंहासन वही दो मुंहे समाज को समझने के लिए नारी को करना पड़ेगा कोई जतन फिर होगा इनका परिवर्तन तब होगा समाज में पूर्ण नारी सशक्तिकरण
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