रामायण रिसर्च काउंसिल के तत्वावधान में सेवा भारती सेवा धाम विद्या मंदिर में हनुमान जयंती पर हनुमान सखा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस संवाद में 125 छात्रों ने श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई के संपुटित मंत्र के साथ अनोखे रूप से हनुमान चालीसा के पाठ का स्वरमयी गायन प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम की एक और विशेषता रही कि हनुमान चालीसा पाठ के अलावा भी सारी प्रस्तुति बच्चों ने ही की। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
फिर बच्चों ने हनुमानजी का पूजन करने के बाद स्वस्तिवाचन किया और भगवान का आह्वान कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। एक छात्र स्वयं हनुमानजी के रूप भी बने। कार्यक्रम के बीच में चार छात्रों ने हनुमानजी के जीवन-दर्शन पर अपना वक्तव्य भी दिया। कार्यक्रम के दौरान अतिथि के रूप में रामायण रिसर्च काउंसिल के अध्यक्ष चन्द्रशेखर मिश्र, कुमार शुशांत, पीताम्बर कुमार, कोषाध्यक्ष राजीव सिंह, मंच के संगीत प्रमुख दीपक जी, सेवा भारती के दिल्ली प्रान्त उपाध्यक्ष संजय गर्ग, विभाग प्रमुख अशोक बंसल, प्रवंधक रविन्द्र जी, प्रधानाचार्य राजेन्द्र जी, दीपक शर्मा जी, कुमार स्मृति , श्रीमती ऋतु ठाकुर समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इस अवसर पर रामायण रिसर्च काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर मिश्र ने बताया कि काउंसिल का उद्देश्य देश में सांस्कृतिक मूल्यों का संवर्धन करना है, इसलिए इस तरह का कार्यक्रम हम लगातार आयोजित करवाते रहते हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में काउंसिल ने शबरी जयंती पर शबरी संवाद का आयोजन किया था जिसमें छोटे बच्चों ने ही नाट्य-रूप से प्रस्तुति दी थी, वहीं श्रीरामनवमी पर प्रभु श्रीराम के जीवन-दर्शन का चित्रण छोटे-छोटे बच्चों ने ही अनोखे रूप से प्रस्तुत किया था।
इस कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर दीपक शर्मा ने बच्चों के उत्साह की सराहना की।
काउंसिल के प्रवक्ता जय दीक्षित ने बताया कि शीघ्र ही काउंसिल एक ऐसे बड़े कार्यक्रम की रूपरेखा बना रही है जिसमें केवल बच्चे ही प्रतिभाग करेंगे, कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे और अपना उद्बोधन देंगे। वहीं सेवाधाम विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य राजेंद्र जी ने बताया कि हनुमानजी के चरित्र से बच्चे काफी अभिभूत हैं और बच्चों ने पूजा मानकर ये प्रस्तुति दी है।
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