बागपत, उत्तर प्रदेश। गुड़ फ्राइडे पर जनपद बागपत के रटौल, ललियाना, बाघु, बागपत, बड़ौत, खेकड़ा आदि स्थानों पर बने चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया, अपने पापों के लिए परमेश्वर और उनके पुत्र ईसा मसीह से क्षमा मांगी और विश्व शांति के साथ-साथ देश की खुशहाली, उन्नति और तरक्की के लिए प्रार्थना की। बागपत के ललियाना में स्थित सेंट जोसेफ चर्च के फादर एल्बर्ट ने बताया कि परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह ने सम्पूर्ण जीवन विश्व के कल्याण के लिए कार्य किया और मानव की भलाई के लिए लोगों को मानवता, भाईचारे, एकता, अहिंसा और शांति का उपदेश देते रहे। लोगों में उनकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इजरायल के आस-पास के क्षेत्र के धर्मगुरुओं ने षड़यंत्र रचकर ईसा मसीह को मानवता का शत्रु घोषित कर दिया और राजद्रोह का आरोप लगा कर मृत्यु दंड देने का फरमान जारी कर दिया। यीशु मसीह को बंदी बना लिया गया और अनेकों तरीकों से शारीरिक यातनाएं दी गई। आखिर में शाम को उनके शरीर को कीलों से ठोकते हुए क्रॉस पर लटका दिया गया। इसी दिन को ईसाई समुदाय के लोग गुड फ्राइडे, होली फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे आदि नामो से पुकारते है और इस दिन को शोक दिवस के रूप में मनाते है। बताया कि ईसा मसीह ने सम्पूर्ण जीवन मानव कल्याण के लिए कार्य किया। सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर अच्छे और नेक कार्य करने चाहिए और सभी के कल्याण की कामना करनी चाहिए। प्रार्थना सभा में संत जोसेफ हाई स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर गीतांजल, सिस्टर लता, सिस्टर शान्ति, सिस्टर एनी, मारकुस, जॉन मिंज, मास्टर विनोद, प्रदीप, पियूष, गोदलिबा, लिजी, ज्योति, किशनपाल, तेजपाल, पालू सहित सैंकड़ो की संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
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