Hot Posts

6/recent/ticker-posts

ज्ञानवापी विवाद पर राहुल प्रधान के बिगड़े बोल, कहा- 30 हज़ार मंदिरों का देना होगा हिसाब

Ghaziabad : बीजेपी (किसान मोर्चा)के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य:राहुल प्रधान ने कहा है कि ज्ञानवापी में शिव लिंग मिला है. ज्ञानवापी का मतलब है ज्ञान का कुआं. श्री प्रधान कहा कि असदुद्दीन ओवेसी जिन्ना बनने की कोशिश न करें, वो मंदिर था और मंदिर रहेगा. भारत में तीस हजार ऐसे मंदिर है जिसे उन्हें (मुसलमानों) सौंपना पड़ेगा. अभी तो यह झांकी है, काशी मथुरा और सारा देश बाकी है इस वक्त पूरे देश में वाराणसी का ज्ञानवापी सर्वे विवाद की चर्चा जोरों पर है. लेकिन इस बीच बीजेपी के श्री प्रधान ने इससे जुड़ा विवादित बयान देकर माहौल को और गर्मा दिया है.श्री प्रधान ने कहा है कि ज्ञानवापी में शिव लिंग मिला है. ज्ञानवापी का मतलब है ज्ञान का कुआं. प्रधान ने कहा कि असदुद्दीन ओवेसी जिन्ना बनने की कोशिश न करें, वो मंदिर था और मंदिर रहेगा. भारत में तीस हजार ऐसे मंदिर है जिसे उन्हें (मुसलमानों) सौंपना पड़ेगा. अभी तो यह झांकी है, काशी मथुरा और सारा देश बाकी है।
इस वक्त पूरे देश में वाराणसी का ज्ञानवापी सर्वे विवाद की चर्चा जोरों पर है. लेकिन इस बीच बीजेपी के श्री प्रधान ने इससे जुड़ा विवादित बयान देकर माहौल को और गर्मा दिया है.श्री प्रधान ने कहा है कि ज्ञानवापी में शिव लिंग मिला है. ज्ञानवापी का मतलब है ज्ञान का कुआं. प्रधान ने कहा कि असदुद्दीन ओवेसी जिन्ना बनने की कोशिश न करें, वो मंदिर था और मंदिर रहेगा. भारत में तीस हजार ऐसे मंदिर है जिसे उन्हें (मुसलमानों) सौंपना पड़ेगा. अभी तो यह झांकी है, काशी मथुरा और सारा देश बाकी है।
श्री प्रधान ने कहा कि अगर भाईचारा की बात करते हैं तो भारत में अतीत में जिन भी मंदिरों को तोड़ कर मस्जिद बनाया गया है, उसे हिंदू भाइयों को सौंप दें. अगर वो कहते हैं कि हम दूसरा मस्जिद नहीं खोना चाहते हैं तो हम भी उन तमाम मंदिरो को पाना चाहते हैं, चाहे वो देश में कहीं भी हों, उन सभी मंदिरों को हम प्राप्त कर के ही रहेंगे।
बीजेपी प्रधान के इस विवादित बयान के बाद एनडीए के सहयोगियों ने ही उन पर हमला बोल दिया. जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के एमएलसी ख़ालिद अनवर ने कहा कि किसी को ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जिससे देश का माहौल खराब हो. जब यह मामला कोर्ट में है तो फिर इस तरह के विवादित बयान देने का मतलब क्या है, यह समझ से परे है।
वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय महासचिव दानिश रिज़वान ने श्री प्रधान टाइप के नेताओं को देश के लिए कलंक बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह का विवादित बयान देने के पहले सोचना-समझना चाहिए कि वो क्या बोल रहे हैं. ऐसे लोग सिर्फ मीडिया में आने के लिए इस तरह के हल्के बयान देते हैं. अगर बीजेपी के राहुल प्रधान को लगता है कि किसी मस्जिद के नीचे मंदिर है तो उत्तर प्रदेश में आपकी सरकार है, केंद्र में भी आपकी सरकार है तो आपको रोका किसने है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ