गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न राज्यो में अधिकारियों और स्कूल प्रबंधको की लापरवाही की वजह से बच्चों के साथ हो रही दुर्घटनाओं से आयोग को अवगत कराते हुये ठोस करवाई की मांग की है पत्र के माध्य्म से आयोग को लिखा गया कि भारत राष्ट्र के उत्तर प्रदेश राज्य में प्रशासनिक उदासीनता के कारण बच्चों के साथ निरंतर दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं । उत्तर प्रदेश में बच्चों की सुरक्षा को लेकर विशेष प्रावधान किए गए हैं निर्धारित अंतराल पर बिंदुवार समीक्षा करना और कमियों को दूर करना भी निश्चित किया गया है किंतु बच्चों के साथ लगातार हो रही दुर्घटनाएं इस ओर ध्यान आकर्षित करती हैं कि नियमो का अनुपालन नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण
1. जनपद गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित दयावती मोदी पब्लिक स्कूल में अप्रैल 2022 में11 वर्षीय छात्र अनुराग की स्कूली वाहन दुर्घटना में बच्चे की जान जा चुकी है। प्रारंभिक जांच में ही स्कूल संचालक व प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आ चुकी है। नम आंखें अभी सुखी भी नहीं थी भारत राष्ट्र की संस्कृति के अनुसार दुख में एकत्रित हुए अन्य अभिभावकों पर सार्वजनिक स्थल पर जाम लगाने का मुकदमा भी जिला प्रशासन गाजियाबाद की ओर से अन्य अभिभावकों के ऊपर दर्ज करा दिया गया है।
2 . दिनाँक 05-05-2022 को बागपत जिले के पांची - चमरावल रोड स्थित रॉयल कान्वेंट इंटर कॉलेज में बस के ड्राइवर की लापरवाही की वजह से यूकेजी के छात्र आयुष की मौत स्कूल की बस से कुचलकर हो गई स्कूल को मानकों के अनुरूप मान्यता देने के सम्बंध में शिक्षा अधिकारियो की मलिभगत भी सामने आ रही है
3. जनपद मुजफ्फरनगर रविंद्र नाथ टैगोर पब्लिक स्कूल व अन्य वाहन में फरवरी 2022 स्कूली वाहन सड़क दुर्घटना में बच्चों की जान जा चुकी है इसकी प्रारंभिक जांच में भी दुर्घटनाग्रस्त स्कूली वाहन प्रशासन की उदासीनता के चलते 10 वर्ष से अधिक पुराना था किंतु स्कूल संचालक प्रधानाचार्य आदि पर कठोर कार्यवाही जानकारी में नहीं है जनपद मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की कार्यवाही के बाद स्कूली वाहनों की जांच की गई थी जिसमें मुख्यतः है जेपीएस पब्लिक स्कूल मोरना जनपद मुजफ्फरनगर के स्कूली वाहन प्रत्येक जांच में दोषी पाए गए बिना ड्राइविंग लाइसेंस के दुर्घटना के समय इस विद्यालय का वाहन चालक भी प्रशासन द्वारा पाया गया था स्कूल संचालक व प्रधानाचार्य के विरुद्ध कठोर कार्यवाही अभी भी लंबित है।
3. विवादित शिक्षण संस्था डीपीएस मुरादाबाद के प्रधानाचार्य महोदय ,डीपीएस इंदौर मध्य प्रदेश स्कूल वाहन दुर्घटना के कारण मध्य प्रदेश इंदौर पुलिस द्वारा जेल भी भेजे गए थे किंतु वर्तमान में प्रधानाचार्य सुदर्शन डीपीएस मुरादाबाद में कार्यरत है इस स्कूल का फ्रेंचाइजी को लेकर विवाद भी जग जाहिर है उसके बाद भी प्रधानाचार्य सुरक्षा संबंधित जैसे अहम जिम्मेदार पद पर कायम है ।
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएश ने आयोग से निवेदन किया है कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बच्चों के साथ स्कूली वाहनों द्वारा लगातार हो रही दुर्घटनाओं का सज्ञान लेकर बाल आयोग द्वारा जांच करा ठोस सुनिश्चित की जाये एवम राज्य सरकार को नियमो का पालन सख्ती से कराने के लिए निर्देशित किया जाए ।
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