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पीड़ित महिलाओं को न्‍याय देने में शिथिलता न बरती जाए, अधिकारियों को दी हिदायत : सुषमा सिंह

 गाजियाबाद: उपाध्यक्ष उ0प्र0 राज्य महिला आयोग सुषमा सिंह ने आज कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में विधिक जागरूकता शिविर व महिला उत्पीड़न/सुरक्षा संबंधी महिला मामलों की, की जनसुनवाई, शिकायतकर्ताओं द्वारा अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए लगाई गई गुहार, 
उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग ने जनसुनवाई कर जानीं महिलाओं की समस्याएं, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की मा0 उपाध्यक्ष सुषमा सिंह द्वारा जनपद में महिला उत्पीड़न की रोकथाम व पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के लिए जनसुनवाई- समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में कर महिलाओं व बालिकाओं के अधिकारों की जानकारी देते हुए उनकी समस्याओं को सुना गया।
 इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास ने मा0 उपाध्यक्ष सुषमा सिंह का पौधा देखकर स्वागत किया। मा0 उपाध्यक्ष द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया गया। 
इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित अधिकारीगण का आह्वान करते हुए कहा कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों के निस्तारण की मानिटरिंग सुनवाई के बाद नियमित रूप से आयोग के स्तर पर की जाती है। इसलिए प्रकरणों को बेवजह लंबित करने तथा पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। आज के इस अवसर पर महिला आयोग उपाध्यक्ष के समक्ष जनसुनवाई में घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों के साथ ही अन्य शिकायतें भी सुनवाई के लिए आई। उन्होंने कहा कि महिला आयोग का गठन पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही हुआ है। यदि किसी महिला को न्याय मिलने में कोई परेशानी आ रही है तो वे अपनी समस्या को लेकर महिला जनसुनवाई में जरूर आएं। जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की पूरी सहायता की जाएगी। इस दौरान उपाध्यक्ष द्वारा सभी शिकायती प्रार्थना पत्रों पर गुणवत्ता के साथ त्वरित कार्यवाही करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। जन सुनवाई के दौरान मा0 उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग उ0प्र0 द्वारा जनपद गाजियाबाद की लंबित शिकायतों में महिला जनसुनवाई में उपस्थित 51 महिलाओं के प्रकरणों पर भी सुनवाई की गई एवं उनकी समस्याओं को मानवीय आधार एवं कानून के अन्तर्गत त्वरित निस्तारण हेतु पुलिस विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों को निर्देश दिये गये। विधिक जागरूकता शिविर व जनसुनवाई के अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 भवतोष शंखधर, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नेहा रूंगटा, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ब्रजभूषण चौधरी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमर जीत सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय सहित पुलिस विभाग के अधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। इसके उपरांत उपाध्यक्ष माननीय राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश द्वारा जिला कारागार डासना का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय माननीय उपाध्यक्ष द्वारा महिला बैरक में निरुद्ध 176 महिलाओं और 10 बच्चों के रहन-सहन, खान-पान, शिक्षा एवं प्रशिक्षण संबंधी व्यवस्थाओं को देखा गया। निरीक्षण के समय अपर नगर मजिस्ट्रेट साल्वी अग्रवाल, क्षेत्राधिकारी आलोक दुबे, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र, जिला कारागार डासना अधीक्षक आलोक सिंह उपस्थित रहे। 

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