दिल्ली: नोटों की ठसक और सिक्कों की खनक किसे अच्छी नही लगती। सभी चाहते हैं कि उनकी जेबें हमेशा भरी रहें। पर सिक्कों और नोटों को खर्च करने के अलावा भी इनका एक और विस्तृत संसार है, जिसे कॉइन कलेक्शन के नाम से जाना जाता है।
सिक्कों का संग्रह आपको असीमित ज्ञान अपनी संस्कृति की पहचान के साथ साथ निवेश का भी एक सशक्त माध्यम देता है। क्या आप जानते हैं कि विश्व के किस देश ने अपने किस मूल्यवर्ग के सिक्के पर आदमियों को फाँसी देते हुए की तस्वीर जारी की है, शायद नही। पर आपको आश्चर्य होगा यह जानकर कि विश्व का अब तक का वह एकमात्र देश भारत है जिसने कूका आंदोलन की स्मृति में 5 रुपए मूल्यवर्ग का सिक्का जारी कर इस आंदोलन को अविस्मरणीय बना दिया। आज बहुत से लोग इस संग्रह से जुड़कर अपने ज्ञान को बढ़ाते हुए जिंदगी के खालीपन से अपने को दूर रखें हुए हैं। दिल्ली कॉइन सोसायटी अपने रजत जयंती वर्ष को बड़ी धूमधाम से मनाते हुए 24, 25 एवम 26 जून को कांस्टीट्यूशन क्लब रफी मार्ग, संसद मार्ग के पीछे, नईदिल्ली में तीन दिवसीय कॉइन एवम नोटों की प्रदर्शनी *"मुद्रा उत्सव"* का आयोजन कर रही है। जिसमें देश के विभिन्न स्थानों से आये लगभग 80 से 100 कॉइन डीलर एवम संग्रहकर्ता अपने संग्रह का प्रदर्शन करेंगे। आम जनता के लिए यह प्रदर्शनी निःशुल्क होगी । कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी एवम कार्यकारिणी सदस्य श्री विनय जिन्दल जी ने अवगत कराया कि सोसायटी की स्थापना वर्ष 1996 में की गई थी, तभी (लगभग 25 वर्ष) से सोसायटी संग्रहकर्ताओं को सिक्कों के रख रखाव एवम मूल्य की उचित जानकारी प्रदान करती रही है। इस वर्ष सोसायटी मुख्य रूप से बच्चो में बढ़ते जा रहे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के प्रचलन से दूरी बनाकर अपने इतिहास एवम संस्कृति की जानकारी हेतु इस क्षेत्र में उनकी रुचि बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। संस्था के कई सदस्य बड़े कारोबार एवम उच्च सेवाओ से सेवानिवृत्त होकर एवम उन्हें भी सुचारू रूप से क्रियान्वित करते हुए अपने संग्रह के माध्यम से अपने समकालीन एवम नई पीढ़ी के संग्रहकर्ताओ को अपने अनुभव एवम ज्ञान से लाभान्वित कर रहे हैं।
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