सैकड़ों विद्यार्थियों ने किया योगाभ्यास
गाजियाबाद। मंगलवार को इंग्राहम इंस्टिट्यूट में आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया। आज़ादी का अमृत महोत्सव के रूप में "मानवता के लिए योग" की थीम पर आयोजित योगा कार्यक्रम यूपी बटालियन एनसीसी, यूनिवर्सल योगा अलाइयन्स के सहयोग से आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सी॰ ओ॰ 37बटालियन एन॰ सी॰सी॰ कर्नल॰ विक्रम सिंह का जोरदार स्वागत विद्यालय की ओर से किया गया। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि अधीश शर्मा प्रेसिडेंट ऑफ वर्ल्ड वाइड योगा अलाइयन्स, सुरेश पाल व ज्योति पाल का भी अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ ईश्वर स्तुति पवित्र पुस्तक बाइबल पढ़कर की गई। इसके बाद योग गुरु सुरेश पाल ने यूवाईए द्वारा नृत्य रूप में योगासन करवाया। इस दौरान लगभग दो सौ से अधिक छात्रों के द्वारा योग प्रदर्शन किया गया। मुख्य अतिथि ने आयोजित कार्यक्रम की व आयोजकों की जमकर प्रशंसा की। मुख्य अतिथि ने योग के बारे में बताया कि योग भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है, जो शरीर व मस्तिष्क की एकाग्रता का प्रतीक है। योग प्रकृति के साथ मेलजोल का साधन भी है। इंस्टिट्यूट के निदेशक विंग कमाण्डर पी जेथ्रो व जनरल सुपरवाईज़र ने भी इस अवसर पर विद्यार्थियों से जीवन में योग अपनाने का सुझाव देते हुए कहा कि “योग रोगमुक्त जीवन जीने का साधन भी है इसे प्रतिदिन अपनी दिनचर्या में।शामिल करना चाहिए। विद्यालय में उपस्थित सभी छात्रों को योग करने की शपथ दिलाई गई।प्रधानाचार्या अर्पणा रूथ ने सभी गणमान्य अतिथियों का व इंग्राहम इन्स्टिटूयूट के निदेशक विंग कमाण्डर पी जेथ्रो का आभार व्यक्त किया। प्रधानाचार्या ने योग के महत्व को बताते हुए कहा कि नियमित रूप से योग करने से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। जब तन और मन दोनों मजबूती से काम करते हैं तो मनुष्य के जीवन में सकारात्मक बदलाव होते हैं।
प्रशिक्षकों के दिशा निर्देश में प्राणायाम, अनुलोम विलोम, सूर्य नमस्कार, धनुरासन व शवासन आदि आसन का अभ्यास किया गया। सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी दिए गये। कार्यक्रम का समापन जोल्विन डी सिंह, प्रवीण कुमार, वरुण मिल्टन व वहाँ उपस्थित सभी ने सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाकर किया ।
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