Ghaziabad : बीती रात गंधर्व महाविद्यालय के सभागार में डॉ. विमला गुप्ता नाट्य मंच के कलाकारों ने मशहूर निर्देशक संदीप सिंघवाल के निर्देशन में कथा सम्राट मंुशी प्रेमचंद के जन्मदिवस पर उन्हें अपने श्रद्धा सुमन उनके बहुचर्चित उपन्यास ‘गबन’ पर नाटक का मंचन कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
नाटक में दिखाया गया कि जालपा नामक पत्नी की चंद्रहार प्राप्त करने की इच्छा पूर्ण करने के लिए उसका पति रमानाथ उसके प्रेम में तरह तरह से परिश्रम करता है। जालपा को बचपन से ही गहनों का बहुत मोह था इसलिए उसके पिता उसकी शादी रमानाथ नामक सरकारी कर्मी से कर देते हैं जो उसकी इच्छाएं पूर्ण कर सके।
एक दिन जालपा चंद्रहार लाने की इच्छा प्रकट करती है जिसके लिए वह कर्जा लेता है और उसे न चुकाने पर वह अन्जाने में सरकारी धन का गबन कर लेता है जिसके कारण उसके पीछे पुलिस पड़ जाती है। वह भाग कर कोलकाता जाकर एक क्रांतिकारी समूह से जुड़ जाता है जहां उसे वहां की पुलिस गबन का डर दिखाकर झूठी गवाही का दबाब बनाती है। इस बीच सूचना मिलने पर समय से जालपा पति तक पहुंचकर बताती है उसने गहने बेचकर उसे गबन मुक्त करवा दिया है। वह अब निर्दोष है और झूठी गवाही नहीं देता साथ जज से शिकायत कर पुलिस की पोल भी खोलता है।
इस प्रकार गबन मुक्ती के बाद वह पत्नी के साथ पुनः घर लौट आता है।
सभी कलाकारों ने इतना जीवंत अभिनय किया की दर्शक भाव विहोर हो उठे। नाटक को अपने कुशल अभिनय द्वारा प्रबल चौधरी, मृंगाक शर्मा, पवन कसाना, नितिन वर्मा, वंशिका भारद्वाज, आरती श्रीवास्तव, गोविन्द, रचना, भानू श्रीवास्तव, तन्वी, वंश,चारू शर्मा एवं उर्वशी आदि ने मुख्य भूमिकाएं प्रस्तुत की।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. तारा गुप्ता, तरुण गोयल और सुशील कुमार जी का विशेष सहयोग रहा। अंत में नाटक के निर्देशक संदीप सिंघवाल ने दर्शकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा उनकी आगामी प्रस्तुतति कृष्ण लीला पर आधारित होगा।
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