लखनऊ।बहुजन समाज पार्टी की मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का ध्यान कृषि,किसानों और लंपी वायरस की तरफ खींचा है।मायावती ने कहा कि खेती व किसान हित के प्रति सरकारों द्वारा काफी कम ध्यान देना हमेशा से ही बड़ी चिन्ता का कारण रहा है।लम्पी वायरस से जानवरों की मौत ने गरीब ग्रामीण भारत को नए संकट में डाल रखा है।
बसपा मुखिया मायावती ने गुरुवार को ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि कृषि प्रधान होने के बावजूद खेती व किसान हित के प्रति सरकारों द्वारा काफी कम ध्यान देना हमेशा से ही बड़ी चिन्ता का कारण रहा है,किन्तु अब उनके उपज की वाजिब कीमत नहीं मिलना, गन्ना किसानों का भारी बकाया व पशुधन की हानि आदि ग्रामीण भारत को त्रस्त कर रहे हैं। सरकार तुरन्त ध्यान दे।
बसपा मुखिया मायावती ने दूसरे ट्वीट में लिखा कि गुजरात, राजस्थान, एमपी से लेकर यूपी तक में 'लम्पी' बीमारी के कारण असंख्य घरेलू जानवरों की मौत ने गरीब ग्रामीण भारत को नए संकट में डाल रखा है। पशुधन आत्मनिर्भर ग्रामीण जीवन की रीढ़ है, इसलिए यूपी व अन्य राज्य सरकारें प्रभावित लोगों की समुचित आर्थिक मदद जरूर करें।' इस दौरान उन्होंने गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के मुद्दे को भी उठाया।
बसपा मुखिया मायावती ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने भी विधानसभा में स्वीकार किया है कि प्रदेश के गन्ना किसानों का भारी बकाया है, जिसके सम्बंध में सरकार को अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभाते हुए इन बकायों की यथाशीघ्र पूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए कड़ा कदम जरूर उठाना चाहिए।'
इससे पहले मायावती ने यूपी में मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी पर भी निशना साधा था।मायावती ने कहा था कि भाजपा की घोर जातिवादी, साम्प्रदायिक व जनहित-विरोधी नीतियों आदि के विरुद्ध प्रदेश की सेक्युलर शक्तियों ने समाजवादी पार्टी को वोट देकर यहां प्रमुख विपक्षी पार्टी तो बना दिया, किन्तु यह पार्टी भाजपा को कड़ी टक्कर देने में विफल साबित होती हुई साफ दिख रही है। ऐसा क्यों है, इस बारे में समाजवादी पार्टी विचार जरूर करे।
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