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इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा स्वामी रामदेव व अर्णव गोस्वामी को नोटिस जारी

Ghaziabad : सोशल मिडिया पर वायरल हो रही 2 वीडियो के बाद जिला गाजियाबाद के सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद ए आर निमेश द्वारा संज्ञान लेकर स्वामी राम देव व अर्णव गोस्वामी के विरुद्ध कार्यवाही करते हेतु माननीय जनपद न्यायालय से इलाहबाद उच्च न्यायालय प्रयागराज तक अपील दायर की गयी थी I 
जिसे स्वीकार करते हुये दिनांक 30.08.2022 को नोटिस जारी किया है और जवाब दाखिल करने के लिए 4 सप्ताह का समय दिया गया है I सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद ए आर निमेश पेशे से अधिवक्ता है और जिला एवं सत्र न्यायालय जिला गाजियाबाद में वकालत करते है I सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सामाजिक कार्य में हमेशा सक्रीय रहते है एवं गरीब एवं शोषित वर्ग के लिए हमेशा प्रो-बोनो आधार पर हमेशा कानूनी मदद करते रहते है I अधिवक्ता प्रमोद ए आर निमेश को राष्ट्रीय और राज्य सत्र के संगठनों के द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सम्मानित किया जा चूका है I
 दिनांक 10-11-2019 को रिपुब्लिक भारत टीवी चैनल (R भारत टी वी) व YOU TUBE चैनल पर अर्नब गोस्वामी के साथ पूछता भारत स्पेशल एपिसोड में एक इन्टरव्यू गुरुग्राम में और शिविर के दौरान हजारो की संख्या में उपस्थित लोगो के बीच बहुजनो के महापुरुषों स्वामी पेरियार ई रामास्वामी नायकर और संविधान रचियता भारतरत्न बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर जी को विचारधारा को वैचारिक आतंकवाद व उनको मानने वालों को आतंकी व खतरनाक चेले, दलित जैसे असंवेधानिक जैसे शब्दों से संबोधित किया है तथा अनुसूचित जाति, जनजाति, वनवासियों, आदिवासियों व मुस्लिम समुदाय से सम्बंधित समाज के व्यक्तियों को दलित, दलितों को झाड़ू लगाने,, लेट्रिंग साफ करने व साफ सफाई करने जैसे अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया गया है I जबकि भारत सरकार, गृह मंत्रालय, माननीय उच्च न्यायालयों और केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवम अधिकारिता मंत्रालय ने 2012 व 2018 में हरिजन/दलित शब्द के उपयोग को असंवैधानिक घोषित कर इसके उपयोग पर रोक लगा दी गयी थी I दलित शब्द पर बोम्बे हाईकोर्ट के पुणे बैंच में दायर एक याचिका पर 2018 के एक फैसले में राज्य सरकार व केंद्र सरकार को अपने सभी प्रकार के सरकारी कामकाज व मिडिया को दलित शब्द पर रोक का आदेश दिया है I सभी मिडिया संस्थानों व निजी टी वी चैनलों को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपने पत्र के द्वारा 2018 को जारी अधिसूचना व बोम्बे हाईकोर्ट के दिशा निर्देशों का उल्लेख करते हुए निर्देश दिए गये थे कि समस्त मिडिया अनुसूचित जाति से जुड़े लोगों का जिक्र करते समय दलित शब्द के उपयोग से परहेज करें I दलित/हरिजन शब्द का उपयोग स्वर्ण जाति के लोग जाति के लोगो को अपमानित,शोषण करने व नीचा दिखाने के लिए उपयोग करते रहे है I दलित शब्द का प्रयोग एक अपराधिक कृत्य है I इलाहाबाद उच्च न्यायालय प्रयागराज में सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद ए आर निमेश की तरफ से पैरवी करने वाले विद्वान अधिवक्ता शरद सिंह, महाबीर सिंह व ओम प्रकाश द्वारा स्वामी रामदेव, रिपुब्लिक भारत टीवी चैनल (R भारत टी वी), YOU TUBE चैनल और एंकर अर्नब गोस्वामी के विरुद्ध दायर अपील पर नोटिस जारी है I

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